UP में 29 जिलों की जमीन खरीदेगी सरकार, इन 5 एक्सप्रेसवे किनारे ली जाएगी भूमि
UP News: हाल ही में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के इन पांच एक्सप्रेस वे किनारे लगभग 8000 करोड रुपए की लागत से प्रदेश के 29 जिलों में 5769 हेक्टर भूमि अधिग्रहण की जाएगी। बता दें की गंगा एक्सप्रेसवे किनारे 11 औद्योगिक गलियों का निर्माण किया जाएगा। इन औद्योगिक गलियारों के लिए लगभग 1522.05 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। पढ़ें पूरी खबर विस्तार से-
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लोगों की तकदीर बदलने वाली हैं। उत्तर प्रदेश के इन पांच एक्सप्रेस वे किनारे लगभग 8000 करोड रुपए की लागत से प्रदेश के 29 जिलों में 5769 हेक्टर भूमि अधिग्रहण की जाएगी। यूपी में कनेक्टिविटी को और ज्यादा बेहतर करने के लिए एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा हैं। बता दे की एक्सप्रेसवे के किनारे बड़े पैमाने पर उद्योगों के लिए औद्योगिक गलियारे बनाने की योजना अब कागज से जमीन पर उतरने लगी है।
यूपीडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) द्वारा निर्मित औद्योगिक गलियारों के लिए भूमि खरीदने का प्रक्रिया शुरू हो चुका है। करीब आठ हजार करोड़ रुपये की लागत से राज्य के 29 जिलों में 5769 हेक्टेयर जमीन खरीदी जाएगी।
जल्द ही सर्वे की प्रक्रिया शुरू-
मास्टर प्लान को लागू करने के लिए भी जमीन खरीदने की योजना है। उद्यमियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर मास्टर प्लान बनाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही सर्वे शुरू होगा। औद्योगिक क्षेत्र के विकास के दौरान बड़े और छोटे उद्यमों के साथ-साथ ओडीओपी उत्पादों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 30-40 प्रतिशत जमीन वेयर हाउस के लिए आरक्षित की जाएगी, ताकि भंडारण की समस्या को स्थायी रूप से हल किया जा सके।
एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित किए जा रहे 30 औद्योगिक गलियारे-
यूपीडा ने राज्य के 29 जिलों में पांच एक्सप्रेसवेज के किनारे औद्योगिक गलियारों की स्थापना की दिशा में काम तेज कर दिया है। 11 औद्योगिक गलियारों के लिए गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे 1522.05 हेक्टेयर जमीन खरीदी जा रही है।
साथ ही, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के किनारे पांच औद्योगिक क्षेत्रों के लिए 532.28 हेक्टेयर भूमि, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे छह गलियारों के लिए 1884.11 हेक्टेयर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे छह गलियारों के लिए 1585.57 हेक्टेयर और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे दो औद्योगिक गलियारों के लिए 245.35 हेक्टेयर जमीन खरीदने की तैयारी तेज हैं।
बता दें कि 29 जिलों में 108 गांवों को औद्योगिक क्षेत्र का दर्जा दिया गया था। गोरखपुर में आवश्यक भूमि की उपलब्धता के कारण बहादुरपुर बुजुर्ग और बहादुरपुर खुर्द के अलावा अन्य गांवों में भूमि क्रय के प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया गया है, जिससे अब चिह्नित गांवों की संख्या 102 हो गई है।
औद्योगिक गलियारे के लिए किस जिले में कितनी जमीन की जा रही क्रय-
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे: चित्रकूट (202.0640 हेक्टेयर), बांदा (677.00 हेक्टेयर), हमीरपुर (100.00 हेक्टेयर), महोबा (100.00 हेक्टेयर), जालौन (677.00 हेक्टेयर), औरैया (110.047 हेक्टेयर)।
गंगा एक्सप्रेसवे: शाहजहांपुर (109.287 हेक्टेयर), हरदोई (128.911 हेक्टेयर), उन्नाव (156.254 हेक्टेयर), रायबरेली (100.00 हेक्टेयर), प्रतापगढ़ (164.323 हेक्टेयर), मेरठ (212.2693 हेक्टेयर), हापुड़ (111.0279 हेक्टेयर), अमरोहा (139.377 हेक्टेयर), सम्भल (168.773 हेक्टेयर), बदायूं (132.050 हेक्टेयर), प्रयागराज (100.00 हेक्टेयर)।
लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे: इटावा (110.02 हेक्टेयर), आगरा (120.00 हेक्टेयर), फिरोजाबाद (102.2580 हेक्टेयर), कन्नौज (100.00 हेक्टेयर), कानपुर नगर (100.2693 हेक्टेयर)।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: सुलतानपुर (343.00 हेक्टेयर), गाजीपुर (427.00 हेक्टेयर), लखनऊ (90.00 हेक्टेयर), बाराबंकी (243.00 हेक्टेयर), अमेठी (100.00 हेक्टेयर), आंबेडकरनगर (382.57 हेक्टेयर)
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे: गोरखपुर (100.00 हेक्टेयर), आंबेडकनगर (145.3582 हेक्टेयर)।