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Property Documents : प्रॉपर्टी खरीदने से पहले जांच लें ये कागजात, नहीं रहेगा कोर्ट कचहरी का चक्कर

यदि आप प्रॉपर्टी खरीदने का मन बना रहे हैं तो सबसे पहले आपको उन प्रॉपर्टी के मालिकाना हक के कागजात की जांच करना बेहद जरूरी है. आइये बताएं कौनसे कागजात करें चैक
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Property Documents : प्रॉपर्टी खरीदने से पहले जांच लें ये कागजात, नहीं रहेगा कोर्ट कचहरी का चक्कर

Property Papers : हर किसी का सपना होता है कि वह खुद के लिए अपना नया घर बनाए. कई सालों से पैसा जोड़कर जब आप घर का निर्माण कर रही है तो कई तरह की सावधानी बरतना बेहद जरूरी हो जाता है. यदि आप किसी भी प्रकार की प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो उसके लिए सबसे पहले आपको कागजात चेक करने की आवश्यकता है.

जहां तक कागजात की जांच की बात है तो आपको इस तरफ बेहद जरूरी ध्यान देना बेहद जरुरी हो जाता है कि कौन-कौन से दस्तावेज चेक करना जरूरी है. आप जिस भी प्रोजेक्ट में फ्लैट या मकान खरीदने का प्लान बना रही है वह रेरा ( RERA ) में रजिस्टर होना चाहिए वह रियल स्टेट का एक कानून है जो भारतीय संसद से पारित है. जिसका मकसद रियल एस्टेट में आम जनता के हितों की रक्षा करना है.

- प्रॉपर्टी खरीदने से पहले विक्रेता के टाइटल और ओनरशिप का वेरिफिकेशन करना बेहद जरूरी है।

- चेनल डाक्यूमेंट: चेनल डाक्यूमेंट को भी चेक करना बेहर जरूरी है. चैनल डाक्यूमेंट का मतलब होता है X ने Y को बेची, Y ने Z को बेची. इस दौरान जो भी डील बनती है उसमें सबका विचारनाम बनता है. यानी किसको कहां से मिली इन सबका हवाला होना चाहिए।

- एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट: यह सर्टिफिकेट आपको बताता है कि जिस प्रॉपर्टी को खरीद रहे हैं उस पर कोई मोर्टगेज, बैंक लोन या कोई टैक्स तो बकाया नहीं है. इसके अलावा कोई पेनाल्टी तो नहीं है इसकी जानकारी मिलती है. इसके अलावा रजिस्ट्रार के ऑफिस जाकर आप फॉर्म नंबर 22 भरकर जानकारी जुटा सकते हैं।

- ऑक्यूपॅन्सि सर्टिफिकेट: अऑक्यूपॅन्सि सर्टिफिकेट एक अहम दस्तावेज है, जिसे बिल्डर से जरूर लेना चाहिए. अगर वह इसे नहीं देता तो खरीददारों को यह अधिकार है कि वह डिवेलपर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करें।

- पजेशन लेटर: डिवेलपर खरीददार के हक में पजेशन लेटर जारी करता है, जिसमें प्रॉपर्टी पर कब्जे की तारीख लिखी होती है. होम लोन पाने के लिए इस दस्तावेज की असली कॉपी को पेश करना जरूरी होता है. जब तक ओसी हासिल नहीं किया जाएगा, तब तक पोजेशन लेटर अकेले प्रॉपर्टी पर कब्जे के लिए काफी नहीं माना जा सकता।

- मॉर्गेज : मॉर्गेज (Mortgage) या गिरवी रखना एक प्रकार का ऋण है जिसका उपयोग उधारकर्ता किसी मकान की खरीद या रखरखाव करने के लिए या रियल एस्टेट के अन्य रूपों में करता है. साथ ही समय के साथ इसका भुगतान करने पर सहमति जताता है. प्रॉपर्टी, लोन सिक्योर करने में कोलैटरल के रूप में काम करती है।

- टैक्स पेमेंट का स्टेटस चेक करें: प्रॉपर्टी टैक्स नहीं चुकाने से संपत्ति पर शुल्क लगता है, जिससे उसकी मार्केट वैल्यू पर असर पड़ता है. इसलिए खरीददार को स्थानीय म्युनिसिपल अथॉरिटी में जाकर यह देख लेना चाहिए कि विक्रेता ने प्रॉपर्टी टैक्स में कोई डिफॉल्ट तो नहीं किया है।

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