उत्तर प्रदेश में होगा रेल सेवाओं का विस्तार, दर्जनों जिलों का होगा तगड़ा फायदा, बिछेगा नया रेलवे ट्रैक
UP News : उत्तर प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ अब रेलवे लाइनों का भी विस्तार बड़ी तेजी से करवाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और हाथरस जनपद में बेहतर रेल सेवाओं का विस्तार होने वाला है. उत्तर प्रदेश के दर्जनों जिलों को रेल मार्ग से टकरा फायदा पहुंचाने वाला है.
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ जिला रेल मार्ग के माध्यम से मुंबई से जुड़ने वाला है. उत्तर प्रदेश के कई जिलों की तस्वीर बदलने वाली है. उत्तर मध्य रेलवे के दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग को हाथरस जिले मेंडू स्टेशन के माध्यम से पूर्वोत्तर रेलवे के कासगंज मथुरा रेल लाइन से कनेक्ट किया जाएगा. इस कनेक्टिविटी को लेकर रेलवे ने सर्वे शुरू हुई कर दिया है.
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से मुंबई का आवागमन अब आसान होने वाला है. मेंडू स्टेशन के पास लगभग 1.5 किलोमीटर लंबा रेलवे ट्रैक का निर्माण हाथरस जंक्शन तक किया जाएगा. इस नए रेलवे ट्रैक के बिछाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से मथुरा होते हुए भरतपुर, बांदीकुई, मुंबई तक जाना सुगम होने वाला है. लोगों को मुंबई जाने के लिए अभी तक मथुरा जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ती थी. लेकिन इस नए रेलवे ट्रैक के बन जाने के बाद अलीगढ़ से मुंबई का सफर शुरू हो जाएगा.
कई जिलों को होगा तगड़ा फायदा
उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ट्रैकों को आपस में कनेक्ट करने के लिए हाथरस मेंडू स्टेशन के आसपास सर्वे का काम शुरू हो चुका है. रेलवे बोर्ड को सितंबर 2024 तक डीपीआर रिपोर्ट भेज दी जाएगी. इस परियोजना से केवल उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और हाथरस के लोगों को फायदा पहुंचने के साथ-साथ कासगंज मथुरा रेलवे लाइन से जुड़ने के बाद आगरा, अलीगढ़, मथुरा, भरतपुर, हाथरस और कासगंज कि लोगों को भी तगड़ा फायदा पहुंचाने वाला है. इन जिलों के कारोबारी को भी इस लाइन का सीधा फायदा मिलने वाला है. उनको अब माया नगरी मुंबई का सफर करने के लिए मथुरा और आगरा नहीं जाना पड़ेगा।
सर्वे और अन्य प्रक्रियाएं जारी
कासगंज-मथुरा लाइन से मेंडू स्टेशन को जोड़ने और रेलवे के स्तर पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए हाथरस जंक्शन की संभावनाएं खोजी जा रही हैं। इस महत्वपूर्ण रेलवे ट्रैक को जोड़ने के प्रस्ताव पर रेलवे बहुत गंभीर है। इसके लिए सर्वे और अन्य प्रक्रियाएं जारी हैं। बताते हैं कि करीब एक वर्ष पहले, डीएमटी मालगाड़ी मेंडू से प्रस्तावित रेलवे लाइन से चलती थी। उस समय यहाँ पत्थरों का भंडारण किया जाता था। भंडारण कार्य धीरे-धीरे समाप्त होने पर रेलवे ने इस ट्रैक को बंद कर दिया। इस ट्रैक को अब लोगों ने कब्जा कर रखा है।
सांसद सतीश कुमार गौतम ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेल अधिकारियों को पत्र लिखा ताकि ये दो रेलवे लाइनें एक दूसरे से जुड़ सकें। सांसद को पत्र भेजकर उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने बताया कि हाथरस जंक्शन में उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे की लाइनों को जोड़ने के लिए सर्वेक्षण कार्य शुरू हो गया है। पत्र में कहा गया कि अलीगढ़ स्टेशन के प्लेटफॉर्म 5,6,7 पर लिफ्ट लगाने के कार्य में त्वरित निर्देश दिए गए हैं। स्टेशन के बाहर सड़क निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत की जांच में भी इंजीनियर पर आरोप लगाए गए हैं।
ये होगें फायदे
1 - सीधे कनेक्टिविटी
अलीगढ़ से सीधे हाथरस और कासगंज को मथुरा से जोड़ा जा सकेगा, जिससे इन क्षेत्रों के बीच आवागमन आसान हो जाएगा।
2 - अलीगढ़ स्टेशन की उन्नति
अलीगढ़ स्टेशन को ए श्रेणी में शामिल किया गया है, जहां पर यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
3 - महत्वपूर्ण रेलवे लाइनों का जुड़ाव
गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, कासगंज लाइन को मथुरा और आगरा से जोड़ा जा सकेगा, जिससे यात्रियों के लिए नई यात्रा मार्गों की सुविधा मिलेगी।
4 - समय और लागत में कमी
दूरी घटने से यात्रियों को कम समय में अपनी यात्रा पूरी करने के साथ ही कम पैसे भी खर्च करने पड़ेंगे।
5 - मेंडू स्टेशन से कनेक्टिविटी
मेंडू स्टेशन से मथुरा और मथुरा कैंट की दूरी लगभग 40 किलोमीटर होगी, जबकि मथुरा होते हुए आगरा फोर्ट और आगरा कैंट की दूरी लगभग 65 किलोमीटर होगी।
6 - वैकल्पिक रेलवे ट्रैक
दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक बाधित होने पर इस नए ट्रैक का उपयोग किया जा सकेगा, जिससे यात्रियों को असुविधा से बचाया जा सकेगा।
7 - मथुरा रेलवे ट्रैक की उन्नति
मथुरा रेलवे ट्रैक दो तरफ से दिल्ली से जुड़ जाएगा, जिससे इस मार्ग की महत्वपूर्णता बढ़ जाएगी।
8 - नई ट्रेन सेवाएं
अलीगढ़-हाथरस के रास्ते मथुरा और आगरा के लिए ईएमयू पैसेंजर और मेमू फास्ट ट्रेनें संचालित की जा सकती हैं, जिससे क्षेत्र में यातायात बढ़ेगा।
बरेली-चंदौसी वाया अलीगढ़ से भी ट्रेनें संचालित हो सकती हैं।
9 - दिल्ली स्टेशन का लोड कम होगा
दिल्ली-उत्तराखंड की कुछ ट्रेनों को इस नए मार्ग से संचालित करने पर दिल्ली स्टेशन का लोड कम होगा, जिससे ट्रैफिक को बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकेगा।