Diwali Festival: अगर धनतेरस पर आप खरीदने जा रहे है चांदी का सिक्का, तो इन तरीकों द्वारा आसानी से चेक करें शुद्धता
How To Identify Silver Coins: इन दिनों देशभर में फेस्टिवल (Festival) शुरू हो गया है। दिवाली से ठीक पहले धनतेरस का त्योहार आने वाला है, इस दिन लोग चांदी का सामान जमकर खरीददारी करते है। अगर आप भी धनतेरस पर चांदी के सिक्के खरीदने के बारे में प्लान भी कर रहे हैं, तो थोड़ा सावधान भी हो जाएं। क्योंकि इन दिनों नकली चांदी के सिक्कों का बाजार भी बढ़ता जा रहा है।
बाजार में खुलेआम मिलते है नकली और मिलावटी सिक्के
आपको बता दें कि हिंदू धर्म में दिवाली और धनतेरस को लेकर बाजारों में खूब रौनक लगी रहती है। इन्ही दिनों नकली और मिलावटी चांदी के सिक्कों का व्यापार भी खुलेआम होता है। इन सिक्कों में चांदी के जगह गिलट या जर्मन सिल्वर की 99 % तक की मिलावट कर देते है। फिर इन पर सिल्वर कोटिंग करके इन्हें मार्केट में उतार दिया जाता है। इनकी शुद्धता दिखाने के लिए इसके साथ फर्जी सर्टिफिकेट भी आपको हाथ में पकड़ा देते है।
इतना होता है नकली सिक्कों का खर्च
सूत्रों के मुताबिक 1 किलो नकली सिक्के बनाने का खर्च करीब 800-900 रुपये तक का आता है। वही बाजार में इसे 55 हजार से 57 हजार रुपये किलो के भाव से बेच भी दिया जाता है। जर्मन सिल्वर को बनाने के लिए तांबे, निकल और जस्ता जैसी धातु का इस्तेमाल होता है। ये दिखने में बिलकुल चांदी के जैसा भी होता है लेकिन इसमें चांदी नाम की कोई चीज नहीं होती है। आपको बता दें कि ऐसे करने वाले लोग 65 % 70 % और 80 % शुद्धता वाली चांदी के लिए आपसे 100 % वाली वसूली करते है, साथ ही ऊपर से मेकिंग चार्ज भी अलग से लेंते है।
खुद से ऐसे चेक करें चांदी की शुद्धता
चांदी खरीदते समय आप उसका चुंबक टेस्ट भी कर सकते हैं। अगर चांदी चुंबक की ओर आकर्षित होती है तो वह असली चांदी बिल्कुल नहीं है।
बर्फ के टुकड़े से भी चांदी की पहचान की जा सकती है।आप बर्फ के टुकड़े पर असली चांदी का सिक्का रखने पर बर्फ बहुत तेजी से पिघलने भी लगती है।
पत्थर पर चांदी का सिक्का घिसने पर अगर सफेद लकीरें भी बनती हैं तो समझ लीजिए कि चांदी असली हैं।अगर लकीरों का रंग पीला होता है तो इसका मतलब है कि चांदी कुछ मिलावटी है।
