Business Idea: 20 हजार में शुरू हो जाएगा ये बिजनेस, 120 दिन में मिलेगी 1.90 लाख की कमाई
Business ideas under 20000 rupees: आज हम आपके लिए एक शानदार नया बिजनेस आइडिया लाए हैं। इस बिजनेस आइडीया में आप 20000 रुपए का खर्च करके तगड़ी कमाई कर सकते है।
The Chopal, Business ideas under 20000 rupees: आज हम आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बताने वाले है। जो एक मेडिसन प्लांट के रूप में इस्तेमाल करने वाले है, जिसमें गेहूं की तरह बालियां होती हैं, हालांकि ये बाजरा की फसल की तरह दिखता है। ये झाड़ी की तरह दिखने वाली मेडिसन फसल बहुत ज्यादा पानी सोख सकती हैं। ESBOGOL का इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर कर सकता है। ईसबगोल खेती पशु चारे के लिए भी आम (Isabgol Farming for Animal Fodder) होती है।
यही वजह है कि ईसबगोल की खेती से किसानों और पशुओं दोनों को लाभ देने वाला है। संसाधनों और खेती में भी बड़ी बचत होगी। ईसबगोल की खेती करने की अनुमानित लागत 10,800 रुपये प्रति हैक्टेयर है। वही बाजार में अपने विभिन्न उत्पादों को बेचकर आराम से 1,76,600 रुपये प्रति हेक्टेयर कमा सकता है।
मिलेगा तगड़ा अवसर
डॉ. अंगामुत्थु एपीडा के चेयरमैन ने बताया कि इसबगोल कृषि भारत में एक अलग उत्पाद है। जो अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए काफी फेमस है। अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और चीन जैसे विकसित देशों में इसबगोल की काफी मांग है। एपीडा (APEDA) ने साउथ एशिया बॉयोटेक्नोलॉजी सेंटर, डीबीटी-एसएबीसी बॉयोटेक किसान, डिपार्टमेंट ऑफ बॉयोटेक्नोलॉजी, आईसीएआर-डीएमएपीआर, कृषि विभाग और राजस्थान सरकार के आरएसएएमबी (RSAMB) के साथ मिलकर “बेहतर कृषि तरीके, प्रक्रियाओं और इसबगोल के एक्सपोर्ट को कैसे बढ़ाया जाए” पर चर्चा की।
APDA CEO ने कहा कि भारत में इसका उत्पादन मुख्य रूप से करीबन 50 हजार हेक्टेयर में गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हो रहा है। मध्य प्रदेश में सबसे बड़े जिले नीमच, रतलाम, मंदसौर, उज्जैन और शाजापुर हैं।
भारत में करीबन तीन प्रकार के ईसबगोल की खेती की जाती हैं। व्यापार विशेषज्ञों ने कहा कि हरियाणा-2 किस्म की ईसबगोल की फसल 9 से 115 दिनों के का समय लगता है. इसके बाद फसल को काटकर बीजों को अलग करके बाजार में बेच दिया जाता है।
ईसबगोल की फसल से मुझे प्रति हेक्टेयर करीबन 15 क्विंटल बीज मिलते हैं अगर हम सिर्फ एक हेक्टेयर की खेती का अनुमान लगाते हैं।हाल ही में मंडी में इसका मूल्य लगभग 12,500 रुपए प्रति क्विंटल है। इस तरह, केवल बीज 1,90,000 रुपये के होते हैं। इसके साथ साथ सर्दियों में ईसबगोल की कीमतें बढ़ जाती हैं, जिससे ज्यादा लाभ मिलता है।
किसानों को ईसबगोल की खेती के लिए सही समय का पता होना चाहिए। ईसबगोल को अक्टूबर से नवंबर तक बुना जाना चाहिए। इसके बीज बुआई कतारों में होती है। तार से तार की दूरी 25 से 30 सेंटीमीटर होनी चाहिए। बीज में करीबन 3 ग्राम थाईरम प्रति किलोग्राम मिलाकर मिट्टी डालें। बुआई इसके बाद ही की जानी चाहिए। कृषि वैज्ञानिक केंद्र आपको अधिक जानकारी देगा।