CIBIL Score : 800 से ऊपर सिबिल स्कोर वालों के लोन पर लगेगा कितना ब्याज, खराब सिबिल स्कोर वालों को होगी परेशानी
CIBIL Score - आमतौर पर किसी भी तरह का लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर सबसे महत्वपूर्ण है। इसी से यह निर्धारित होता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं, और अगर मिलेगा तो कितना ब्याज देना होगा। 800 या इससे अधिक सिबिल स्कोर अच्छा माना जाता है। 800 सिबिल स्कोर पर लोन लेने पर कितना ब्याज चुकाना होगा और कम क्रेडिट स्कोर पर कितना नुकसान उठाना पड़ सकता है? नीचे खबर में पूरा कैलकुलेशन पढ़ें:

The Chopal, CIBIL Score - लोन लेने में सिबिल स्कोर का महत्वपूर्ण योगदान होता है, इसलिए इसे सबसे पहले देखना चाहिए। इसी पर बैंक निर्णय लेते हैं कि कर्जदार को लोन मिलना चाहिए या नहीं। इसके अलावा, सिबिल स्कोर (CIBIL Score) ही लोन की ब्याज दर निर्धारित करता है। यदि आपका अच्छा क्रेडिट स्कोर है तो आप आसानी से कम ब्याज दर पर लोन पा सकते हैं। वहीं, आपको अधिक ब्याज चुकाना पड़ सकता है अगर आपका सिबिल स्कोर कम या बुरा है। आज हम आपको बताएंगे कि लोन लेने के लिए कितना सिबिल स्कोर होना चाहिए और कितना नुकसान हो सकता है अगर स्कोर कम है।
मान लें कि आपका CIBIL स्कोर (820) है और आप 20 साल की अवधि में 50 लाख रुपये का होम लोन लेते हैं, जो लगभग 8.35 प्रतिशत की ब्याज दर पर मिलता है। 20 वर्षों में आप लगभग 53 लाख रुपये के ब्याज के साथ 1.03 करोड़ रुपये चुकाएंगे। ध्यान दें कि यह ब्याज प्रत्येक बैंक में अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इस आंकड़े को मानकर उदाहरण के लिए कैलकुलेशन किया जा रहा है।
580 सिबिल स्कोर पर 19 लाख रुपये का घाटा होगा
यदि आपका क्रेडिट स्कोर बहुत कम है, जैसे 580 है, तो आपको लगभग 10.75 प्रतिशत की दर पर यही लोन मिलेगा। पहले की तुलना में आपको 71.82 लाख रुपये अधिक ब्याज चुकाना होगा। कम सिबिल स्कोर की वजह से आपको अपने कुल लोन के एक तिहाई से भी अधिक का नुकसान हो सकता है।
बेहतर सिबिल स्कोर लाभ:
सिबिल स्कोर (CIBIL Score) अच्छा होने से कई लाभ मिलते हैं। जब भी आपको पैसे की जरूरत पड़ती है, देश के किसी भी बैंक में ऋण मांगते ही अप्रूव होता है। सिबिल स्कोर में सुधार होने पर आपको कम ब्याज दरों पर कर्ज मिलता है, जिससे आपको अधिक ब्याज नहीं चुकना पड़ता है और लोन समय पर चुकता हो जाता है बिना किसी आर्थिक संकट का सामना करना पड़े। इसके अलावा, आपको प्री-अप्रूव्ड लोन (Pre-approved loan) का प्रस्ताव भी मिल सकता है और इंस्टेंट लोन, यानी आपके खाते में पैसे चंद मिनटों में आने की सुविधा भी मिल सकती है।
5. क्रेडिट स्कोर गिरने या बदतर होने के पांच बड़े नुकसान
यदि आपका क्रेडिट स्कोर कमजोर है, तो आपको भी इसका नुकसान उठाना पड़ता है। पहली बात यह है कि आप बार-बार बैंक से लोन के लिए आवेदन करेंगे। इसके अलावा, आपको बैंकिंग से जुड़े कई कार्यों में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। चलिए स्टेप बाई स्टेप जानते हैं—
आसानी लोन नहीं मिलता—
किसी भी बैंक, स्मॉल फाइनेंस बैंक या एनबीएफसी से लोन लेने में आपको कठिनाई हो सकती है अगर आपका क्रेडिट स्कोर कम या खराब है। वास्तव में, बैंकों को डर है कि आपका सिबिल स्कोर कमजोर है, यानी आपने पहले लोन की किस्तों को समय पर नहीं भुगतान किया है। ऐसे में आप लोन डिफॉल्ट कर सकते हैं अगर आप नए कर्ज की EMI का भुगतान नहीं कर सकते हैं। यही कारण है कि सिबिल स्कोर कम होने से लोन आसानी से नहीं मिलता।
अधिक ब्याज चुकाना पड़ता है—
नकारात्मक सिबिल स्कोर (CIBIL) के बावजूद कुछ बैंक आपको लोन देने को राजी भी होंगे, तो वे अधिक ब्याज दर वसूलेंगे। वास्तव में, वह अपने रिस्क को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं। वह ब्याज दर को अधिक रखते हैं क्योंकि वह मानते हैं कि अगर व्यक्ति ने कुछ ईएमआई डिफॉल्ट (EMI) भी कर दीं तो भी बैंक को नुकसान नहीं होगा।
खर्च करना पड़ सकता है अधिक प्रीमियम
इंश्योरेंस कंपनियां आपसे अधिक प्रीमियम मांग सकती हैं अगर आपका CIBIL स्कोर कम है। वास्तव में, ऐसे हालात में इंश्योरेंस कंपनियों को लगता है कि आप अधिक क्लेम कर सकते हैं, इसलिए वे अधिक प्रीमियम मांग सकते हैं। इंश्योरेंस देने से भी कई कंपनियां बच सकती हैं।
घरेलू लोन लेने में समस्याएं
आपको होम लोन या कार लोन लेने में भी कठिनाई हो सकती है। आपको अतिरिक्त ब्याज भी चुकाना पड़ सकता है। बिजनेस के लिए प्रॉपर्टी लीज पर लेना भी मुश्किल है। आपको लोन देने के बदले कुछ गिरवी रखने को भी कंपनी कह सकती है।
लोन मिलने में समय लग सकता है
बैंक आपको कर्ज देने के लिए राजी होने से पहले आपके कर्ज के दस्तावेजों की पूरी तरह से जांच करेगा। सिक्योरिटीज लोन या गोल्ड लोन के लिए अप्लाई करने पर भी कड़ी जांच होगी। यदि आप कुछ गिरवी रखेंगे तो भी बैंक आपको संदेहपूर्ण नज़र से ही देखेगा और गहन जांच करेगा। आपको लोन मिलने में देरी हो सकती है क्योंकि इन सब में बहुत समय लग सकता है।
कब और कैसे क्रेडिट स्कोर खराब होता है—
सिबिल स्कोर की कमी को कई कारक प्रभावित करते हैं। जैसे- लोन लेने के बाद समय से ईएमआई (EMI) नहीं भुगतान करना, लोन सेटलमेंट करना, समय पर क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं करना, क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश् यो (Credit Utilization Ratio) नहीं बनाए रखना आदि। इसके अलावा, अगर आपने जॉइंट लोन लिया है या किसी के लोन के गारंटर बने हैं, और आपका जॉइंट अकाउंट होल् डर या बॉरोअर ने कोई गलती की है, तो आपका सिबिल स्कोर डाउन (CIBIL score down) हो सकता है।