CIBIL Score : क्या है सिबिल स्कोर, इन 5 बातों को जाने बिना लोन लेने में आएगी दिक्कत
CIBIL Score News Updates : लोन लेने में सिबिल स्कोर महत्वपूर्ण है। सिबिल स्कोर सही रहने पर लोन प्राप्त करना आसान होता है। अब आप सोच रहे होंगे कि सिबिल स्कोर कैसे केलकुलेट होता है और लोन लेने के लिए क्यों जरूरी है? आज हम आपको सिबिल स्कोर से जुड़ी जानकारी देंगे, जो आपको आसानी से लोन लेने में मदद करेगी।

The Chopal, CIBIL Score News Updates : यदि आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए अच्छी होगी। हम इस लेख में आपको सिबिल स्कोर केलकुलेट करने का सबसे अच्छा तरीका बताने वाले हैं। सिबिल स्कोर (Cibil Score ki jaankari) से जुड़ी इन महत्वपूर्ण जानकारी को जानने से आपको लोन लेने में कोई परेशानी नहीं होगी।
1. सिबिल स्कोर का अर्थ
पहले आपको बता दें कि क्रेडिट स्कोर (rules of cibil Score) बताता है कि आपने पुराने लोन का भुगतान समय पर किया है या नहीं। यह भी बताता है कि आपने कितनी बार भुगतान या EMI मिस किया है और भुगतान कब समाप्त हुआ है। इन चीजों का हिस्सा सिबिल स्कोर कैलकुलेशन में लगभग३ प्रतिशत है। आरबीआई (RBI) ने CIBIL को लेकर हाल ही में एक नया नियम बनाया है, जो आपको जानना बहुत महत्वपूर्ण है।
2. क्रेडिट कार्ड का उपयोग कितना करें:
लोन देने से पहले, आपके नाम पर कितना क्रेडिट यानी लोन है और आपने उसमें से कितना खर्च किया है। सिबिल स्कोर में क्रेडिट एक्सपोजर की हिस्सेदारी लगभग 30 प्रतिशत है। ऐसे में आप क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करते समय सिर्फ 30 से 40 प्रतिशत तक ही करें।
3. क्रेडिट हिस्ट्री में भागीदारी:
सिबिल स्कोर के कैल्कुलेशन में क्रेडिट हिस्ट्री का हिस्सा लगभग १५ प्रतिशत है। क्रेडिट हिस्ट्री के अनुसार, आपका सिबिल स्कोर अधिक होगा जब आपका लोन अधिक होगा। आपको ध्यान रखना चाहिए कि यह लोन बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए और हर EMI समय पर भुगतान करना चाहिए। आपको CIBIL और Reserve Bank of India (RBI) के पांच नियमों को भी जानना चाहिए।
4. लोन प्रकार में हिस्सेदारी
जब सिबिल स्कोर का कैलकुलेशन किया जाता है, तो आपने कितने लोन लिए हैं, यह सब देख लिया जाता है। कितने सेक्योर्ड और अनसेक्योर्ड लोन इसमें शामिल हैं? इन सभी विवरणों को प्राप्त किया गया है। Secured Loan के लाभ जितने अधिक होंगे, उतना ही अच्छा आपका सिबिल स्कोर होगा। यह सिबिल स्कोर के कैलकुलेशन में लगभग दस प्रतिशत का हिस्सा है।
5. लोन लेने पर देनदारी बढ़ जाएगी:
शेष दस प्रतिशत में आपके लोन से जुड़े कनेक्शनों की जांच की जाती है। यदि आपने हाल ही में बहुत सारा लोन नहीं लिया है, तो आप पर अधिक लोन का बोझ पड़ेगा (New rules on Cibil Score)। इससे यह भी पता चलता है कि आपने कितनी बार लोन की मांग की है, क्योंकि इससे भविष्य में आपकी देनदारी बढ़ सकती है।