CIBIL Score : लाखों की कमाई के बाबजुद जीरो क्यों हो जाता हैं सिबिल स्कोर, क्या नहीं मिलता फिर लोन
CIBIL Score : मौजूदा समय में, अधिकांश अमीर लोगों को लगता है कि बैंक आसानी से उनकी आय को देखकर लोन देंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। वास्तव में, आपको बता दें कि बैंकिंग क्षेत्र में लोन प्राप्त करने में कठिनाई होती है जब तक आपका क्रेडिट स्कोर अपडेट नहीं है..।
The Chopal : पहली बार लोन लेने वालों को कई समस्याएं आती हैं। मुख्य चुनौती क्रेडिट स्कोर है, क्योंकि बैंकों में बिना अच्छे क्रेडिट स्कोर के लोन मिलना अब आसान नहीं है। ज्यादातर अमीर लोगों को लगता है कि बैंक आसानी से उनकी आय को देखकर लोन देंगे, लेकिन ऐसा नहीं होता। दरअसल, बैंकिंग सिस्टम में लोन लेने में कठिनाई होती है जब तक आपका क्रेडिट स्कोर अपडेट नहीं होता। अगर आपने पहले कभी लोन नहीं लिया है, तो आपका क्रेडिट स्कोर सिर्फ शून्य है। यही कारण है कि बैंक आपको अधिक ब्याज दर पर लोन देने के लिए कहते हैं। इसके अलावा, बैंक आपको लोन की तरह कम राशि भी देते हैं। ऐसे में पहली बार लोन लेने वालों को क्रेडिट स्कोर होना चाहिए।
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क्यों जरूरी है क्रेडिट स्कोर-
बैंक क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर के जरिये ग्राहक के लोन की हिस्ट्री चेक करते हैं. अगर आपने पहले से कोई लोन ही नहीं लिया है तो आपका सिबिल स्कोर आगे ही नहीं बढ़ेगा. यानी आपका सिबिल स्कोर शून्य दिखाएगा. ऐसे में बैंकिंग सिस्टम में आपको महंगा लोन ही ऑफर किया जाएगा. बैंकिंग मामलों के जानकार अश्विनी राणा का कहना है कि सस्ता लोन पाने के लिए कम से कम 750 का सिबिल स्कोर होना चाहिए.
पर्सनल लोन मिलने में सबसे ज्यादा मुश्किल-
अगर आपका सिबिल स्कोर शून्य है तो आपकी कमाई भले ही कितनी हो बैंक की ओर से लोन पाने में मुश्किल का सामना करना होगा. इसमें भी सबसे ज्यादा परेशानी पर्सनल लोन को लेकर आती है, क्योंकि बैंक इसे ज्यादा असुरक्षित मानते हैं. होम और ऑटो लोन की ब्याज दरें कम होती हैं, क्योंकि यह लोन किसी संपत्ति के लिए लिया जाता है जो बैंक के लिए कोलैटरल की तरह काम करते हैं. वहीं, पर्सनल लोन पूरी तरह क्रेडिट स्कोर और आमदनी पर निर्भर होता है. ऐसे में खराब सिबिल पर बैंक या तो आपको लोन नहीं देंगे या फिर मोटा ब्याज वसूलेंगे.
कैसे झटपट सुधारें सिबिल स्कोर-
ऐसे मामले में जहां ग्राहक ने पहले से कोई कर्ज नहीं लिया है और न ही क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया है और उसका सिबिल शून्य दिखा रहा है तो वह किसी भी बैंक में छोटी-मोटी एफडी करा सकता है. यह काम भी ऑनलाइन ही हो जाएगा, क्योंकि ज्यादातर बैंक अब ऑनलाइन एफडी खोलने का विकल्प देते हैं.
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एक बार एफडी खुलने के बाद ग्राहक उसके एवज में ओवरड्राफ्ट सुविधा के तहत लोन ले सकते हैं. जैसे ही आप अपनी एफडी पर ओवरड्रॉफ्ट के तहत पैसों की निकासी करेंगे बैंकिंग सिस्टम में आपका कर्ज शुरू हो जाएगा. इसके बाद दो या तीन हफ्ते में आपका सिबिल स्कोर अपडेट हो जाएगा, जो 750 अंक या उससे ऊपर हो सकता है. इस तरह बेहतर सिबिल स्कोर के जरिये आप कम ब्याज पर पर्सनल लोन हासिल कर सकते हैं.