एंटीक चीजों में बढ़ी बांस की डिमांड, खेती में 40 हजार लगाकर किसान ने कमाए 4 लाख रूपए
देश में किसान ज्यादा आमदनी लेने के लिए नए-नए प्रयोग कर रहे हैं. बदलते समय के साथ और आधुनिक होती जा रही खेती में किसान धान, गेहूं और सरसों की बजाय अब ज्यादा आमदनी वाली खेती पर जोर दे रहे हैं. देश की खेती में अब पुराने तौर तरीके छोड़कर किसान ज्यादा मुनाफा देने वाली फसलों में रुचि दिखा रहे हैं. पिछले कुछ सालों में बहुत से किसानों ने बांस की खेती को अपनाया है. क्योंकि यह खेती एक बार बुआई करने के बाद सालों तक किसानों को आमदनी देती रहती है.
बांस की खेती किसानों के लिए इसलिए मुनाफे का सौदा है. क्योंकि बाजार में इसकी निरंतर मांग बनी रहती है. पुराने समय में लोग घर बनाने के लिए बांस का इस्तेमाल करते थे. परंतु अब फर्नीचर और घर को सजाने के लिए बांस से कई तरह की लग्जरी चीज बनाई जाती है. बांस से बनी हुई है एंटीक चीज बाजार में काफी महंगी बिकती है. इसके अलावा सबसे ज्यादा आजकल बांस का इस्तेमाल गिलास और लकड़ी के बर्तन बनाने में भी किया जाता है. जिनकी डिमांड आए दिन बाजार में बढ़ती ही जा रही है. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में कई किसानों ने बस की खेती को अपनाया है और इस खेती से उनकी आमदनी भी बढ़ी है. अब तो बाराबंकी ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बांस की खेती होने लगी है.
4 लाख हुई आमदनी
बाराबंकी के एक किसान ने हमें बताया कि वह बांस की खेती से अच्छी कमाई कर रहे हैं. शुरुआत में वह धान, गेहूं और सरसों इत्यादि पारंपरिक फसलों की खेती करते थे. इसके बाद उन्होंने तुलसा की खेती शुरू की. उसे खेती में भी कई प्रकार की अड़चन आने से उस खेती को छोड़कर सोचा कि वह अब बांस की खेती करेंगे. उन्होंने मध्य प्रदेश में संपर्क साधकर बाल कुआं वैरायटी का बांस का पौधा मंगवाया. उनको यह पौधा 57 रुपए प्रति पौधा मिला. 1 एकड़ जमीन पर 600 पौधे लगाकर उन्होंने खेती की शुरुआत की. उन्होंने हमें बताया कि एक एकड़ में पौधे लगाने में उनका 40 हजार रुपए खर्च हुए और आमदनी चार लाख रुपये हुई. इस खेती में ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता नहीं पड़ती.
बढ़ रही बांस की डिमांड
अन्य पारंपरिक खेती के मुकाबले बांस की खेती करना आसान है. इसके लिए नर्सरी से बांस के पौधे मंगवा कर आप इनकी रोपाई कर सकते हैं इसके लिए 3 फीट गहरा और 2 फीट चौड़ा गड्ढा खोदे और उसमें पौधा लगा दें. रोपाई के बाद इसमें गोबर की खाद इस्तेमाल करने पर पौधे की ग्रोथ अच्छी होती है. पौधे रोपाई के 3 महीने बाद बढ़ने लगते हैं और 4 साल में मुनाफा देने के लिए फसल तैयार हो जाती है.