खाने के तेल पर एक बार फिर महंगाई की मार, पाम ऑयल के आयात में आई गिरावट
Food Oil Import : फेस्टिव सीजन में एक बार फिर आम जनता पर महंगाई मार पड़ी है. दरअसल, सितंबर में भारत का खाद्य तेलों का आयात सालाना आधार पर 29 प्रतिशत घटकर 10,64,499 टन रह गया. कच्चे और रिफाइंड पाम तेल का आयात कम रहने से खाद्य तेल आयात में गिरावट आई है.
Palm Oil Import : आम लोगों को महंगाई से राहत नहीं मिल रही है। अब खाने के तेल की कीमत बढ़नी शुरू हो गई है। इसी वजह से भारत का सितंबर में फूड ऑइल आयात गिर गया है। सितंबर में भारत का पाम ऑइल आयात एक महीने पहले की तुलना में लगभग एक तिहाई कम हो गया है। यह इसलिए क्योंकि इसकी कीमत ज्यादा थी। यह आयात छह महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है। वहीं सूरजमुखी ऑइल के आयात में भी कमी आई है। यह दस महीने के निचले स्तर पर आ गया है।
भारत पाम ऑइल इंडोनेशिया और मलेशिया से सबसे ज्यादा खरीदता है। भारत की ओर से कम खरीदरी के चलते इन देशों में फूड ऑइल का स्टॉक बढ़ सकता है। इससे बेंचमार्क वायदा पर असर पड़ सकता है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) ने एक बयान में कहा कि सितंबर में पाम ऑइल का आयात 33% से ज्यादा गिरकर 527,314 मीट्रिक टन रह गया।
कीमत बढ़ने से कम हुई खरीदारी
SEA ने कहा कि भारत में अधिक स्टॉक और पाम ऑइल की कीमतों में तेजी ने इसकी खरीदारी कम हुई है। कीमत में तेजी के चलते सोया तेल का आयात 15.4% घटकर 384,382 टन रह गया। वहीं सूरजमुखी तेल का आयात 46.2% घटकर 152,803 टन रह गया, जो पिछले दस महीनों में सबसे कम है। वनस्पति तेल के कुल आयात में 30% से ज्यादा की गिरावट आई है और यह 1.1 मिलियन टन रह गया है।
घट गया ऑइल स्टॉक
एसईए के आंकड़ों से पता चलता है कि आयात में कमी के कारण देश में वनस्पति तेल का स्टॉक एक महीने पहले के 2.93 मिलियन टन से घटकर 2.45 मिलियन टन रह गया है। भारत मुख्य रूप से इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड से पाम तेल खरीदता है, जबकि वह अर्जेंटीना, ब्राजील, रूस और यूक्रेन से सोया तेल और सूरजमुखी तेल का आयात करता है।