Gold Rate : सोने के रेट ने 35 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ तोड़ा रिकार्ड, एक्सपर्ट्स ने बताया गोल्ड खरीदने का सही समय
Gold Rate : सोने की कीमत लगातार बढ़ी है। सोना रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। सोने की ऐतिहासिक लोकप्रियता के कई कारण हैं। वहीं, आज सोने की दर आम आदमी से दूर होती जा रही है। लोगों को सोने की कीमतों में 35 प्रतिशत की बढ़ौतरी ने हैरान कर दिया है।

The Chopal, Gold Rate : सोने का मूल्य लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन एक आध बार सोने के दाम कम होते हैं, अधिकांश बढ़ते ही जा रहे हैं। सोने में बढ़ौतरी के कई कारण हैं। साने का मूल्य एक वर्ष में 35 प्रतिशत बढ़ा है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सोने की दर (Gold Rate) खरीदने का अभी भी सही अवसर है।
सोना कहाँ से आया?
एक साल में सोने की कीमतें बहुत बढ़ी हैं। सोने की कीमत एक वर्ष में ३५% बढ़ी है। Last Year अप्रैल में सोना 68,420 रुपये प्रति तोला था। अब यह 92,150 रुपये से अधिक हो गया है। ऐसे में सोने की कीमतों में निवेशकों को बड़ा लाभ मिला है, जबकि आम आदमी की पहुंच से सोना बहार हुआ है।
सोने की कीमतें क्या हैं?
शुक्रवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में 1,100 रुपये की बढ़ौतरी हुई। सोना 92.150 रुपये प्रति तोला बढ़ा। सोने में एक नया रिकॉर्ड बनाया गया है। एक साल में लागत 35 प्रतिशत बढ़ी है।
अप्रैल में सोना 68,520 रुपये पर था, लेकिन अब 92,000 रुपये के पार है। साथ ही शुक्रवार को चांदी में भी 1,300 रुपये की बढ़ौतरी हुई, जो 1,03,000 रुपये प्रति किलो हो गई।
2023-24 के वित्त वर्षों में भारत ने इतने देशों से सोना खरीद लिया
वित्त वर्ष 2022–2023 में भारत ने 48 देशों से सोना आयात किया था। मुक्त व्यापार और शुल्क के कारण सोने की कीमतें भी बदलती हैं। सोने की कीमतें गिरती जा रही हैं।
सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
सोने की कीमतों में तेजी का पहला कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी है। प्रति औंस हाजिर सोना 3,086.08 डॉलर पर पहुंच गया है। साथ ही, कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स ने 3,124.40 डॉलर प्रति औंस का रिकॉर्ड बनाया है। इससे सोने की कीमतों में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है।
आर्थिक अनिश्चितता और महंगाई दूसरा कारण हैं। इसलिए सोने को दुनिया भर में निवेशक सुरक्षित संपत्ति मानकर खरीद रहे हैं। सोने की कीमतें बढ़ गईं जब निवेशकों ने सोना खरीदा। सोने का मूल्य लगातार बढ़ा है। तीसरी वजह यह है कि बहुत से देशों के केंद्रीय बैंक सोने का भंडार बढ़ा रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ रही है और कीमतें उच्च हो गई हैं।
इससे देश में मूल्य भी कम हुए
सोने की कीमत लगातार गिर रही है। देश में सोने की कीमत भी कुछ दिनों में घटी है। इसका कारण निवेशकों ने सोने की कीमतों में बढ़ौतरी को देखकर मुनाफा वसूली शुरू कर दी है। वहीं, देश भर में खरमाश लगने से सोने की मांग भी घटी है और सोने की कीमतें भी घटी हैं।
आगे की कीमतें
सोने की कीमतों में आगे भी वृद्धि होगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस वर्ष सोना दर एक लाख रुपये प्रति तोला को पार कर जाएगी। वहीं, सोने की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है।
क्या सोना खरीदने का सही समय है?
देश में विवाह शादियों के लिए सोना खरीदा जाता है। सोने की कीमतें इतनी बढ़ने पर शादी के लिए सोना खरीदने वालों को सोने के बाजार को देखना चाहिए। सोना सस्ता होने पर खरीदना ही बेहतर है। सोना (सोना दर) क्योंकि सोना आगे चलकर भी बढ़ौतरी का संकेत है
निवेशकों के लिए, दूसरी ओर, विशेषज्ञों का कहना है कि सोने को लंबे समय के निवेश के लिए खरीदना बेहतर होगा। यदि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां इसी तरह बनी रहती हैं, तो सोना आने वाले दिनों में अधिक महंगा हो सकता है। इसलिए यह उपयुक्त अवसर है।