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Gold Rate : सोने के भाव में फिर पकड़ी रफ्तार, देखिए आने वाले 2 महीने में कहां जाएंगे भाव

Gold Rate Hike : सोने की कीमतें कम नहीं हो रही हैं।  सोना रॉकेट की तरह तेज होता जा रहा है।  सोने की दरें (Gold Rate Hike) बढ़ने से निवेशकों ने रुपये से रुपया बनाने के लिए सोने को चुनना शुरू कर दिया है।  अब सवाल आता है कि अगले दो महीने में सोने की कीमत कितनी होगी और वर्ष के अंत तक सोना कहां मिलेगा।  यह सब सोने में शॉर्ट टर्म और लोंग टर्म इन्वेस्टर जानना चाहते हैं।  इसके अलावा, विवाह शादियों के लिए सोना खरीदने की इच्छा रखने वाले लोग भी सोने की कीमत पर चिंतित हैं।  आइए जानते हैं विशेषज्ञों की राय: 

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Gold Rate : सोने के भाव में फिर पकड़ी रफ्तार, देखिए आने वाले 2 महीने में कहां जाएंगे भाव 

The Chopal, Gold Rate Hike : होली से पहले से चले आ रहे सोने की कीमतें होली के बाद भी जारी हैं।  सोना ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है।  देश में सोने का मूल्य (Gold Rate Hike) लगातार बढ़ रहा है।  सोने की दरों में फिर से बढ़ौतरी हुई है।  इस बढ़ौतरी के बाद सोना एक रिकॉर्ड बनाया है। 

सोना हर दिन एक नया रिकॉर्ड बना रहा है

हर दिन सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड बनाती हैं।  सोने की कीमतों ने 2025 में एक बार फिर से रिकॉर्ड स्तर (Gold Rate Hike) पर जा पहुंचा है।  विशेषज्ञों ने बताया कि दो-तीन महीने में सोने की कीमत कहां पहुंच जाएगी।  आइए जानते हैं कि आने वाले दिनों में सोने की कीमत कम होगी या बढ़ेगी। 

 वर्तमान में ये सोने के भाव हैं
 
16 मार्च शनिवार को सोना और चांदी की कीमतें बढ़ी हैं।  अब सोना अपने उच्चतम स्तर पर है।  Gold Rate Hike ने सोने की कीमत 90 हजार रुपये प्रति तोला पार करके 91 हजार रुपये तक पहुंच गई है।  चांदी की कीमत भी 1 लाख 4 हजार रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक हो गई है।  इसके कई कारण हैं।  

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 सोने की कीमतें बढ़ने का कारण 

अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता पहला कारण है कि सोने की कीमतें बढ़ी हैं।  वर्तमान में सोने की कीमतें बढ़ने का मुख्य कारण यही है।  अमेरिका और यूक्रेन के बीच वार्ता में असफलता ने वैश्विक राजनीति को दो भागों में बांट दिया, जिससे कई देशों के शेयर बाजार में गिरावट आई और सोने की कीमतों में गिरावट आई।  इसलिए निवेशकों ने सोने को एक सुरक्षित संपत्ति समझकर इसमें निवेश किया है।  

 इन कारणों से भी लागत बढ़ रही है 

पिछले कुछ दिनों में डॉलर की कमजोरी से सोने और अन्य महंगी धातुओं की मांग बढ़ी है।  वहीं, शादियों और त्योहारों के दौरान सोने-चांदी की मांग बढ़ी है, जिससे कीमतें बढ़ी हैं।  

सोने की लागत बढ़ेगी

सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष अदीश कुमार जैन ने कहा कि वैश्विक हालात और बाजार में गिरावट के चलते निवेशकों का झुकाव सोने और चांदी की ओर बढ़ा है।  शेयर बाजार में अस्थिरता के कारण सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प है।  इसलिए इसका मूल्य बढ़ा है  सोना आगे भी लाँग टर्म में बढ़ौतरी की ओर ही जाएगा। 

 अब तक सोने की कीमत कितनी बढ़ी?

 सोने की कीमत इस वर्ष 13% बढ़ी है।  1 जनवरी को सोने की दरों में उछाल के कारण सोने का भाव 78,715 रुपये तोला गया, जबकि चांदी प्रति किलोग्राम 90,500 रुपये पर थी।  15 जनवरी को सोने की दरों में बढ़ोतरी हुई, जिससे सोना 80,210 रुपये पर पहुंचा और चांदी भी 92,500 रुपये पर पहुंच गई। 

 31 जनवरी को सोना 83,640 रुपये प्रति तोला पर पहुंच गया, जबकि चांदी 98,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।  1 फरवरी को सोना 84,500 रुपये पर पहुंच गया और चांदी 95,300 रुपये पर पहुंच गई।  9 फरवरी को सोने की दरों में उछाल हुआ, जो 87,315 रुपये प्रति तोला था, और चांदी 99,500 रुपये प्रति किलो पहुंच गई।  15 मार्च को सोना 91,000 रुपये प्रति तोला पर पहुंच गया, जबकि चांदी 1,04,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। 

 मूल्य अगले कुछ महीनों में

 एक्सपर्ट्स का कहना है कि देश में शादियों का सीजन अभी बंद है, इसलिए आने वाले एक या दो महीने में सोने और चांदी की कीमतें कम रफ्तार से बढ़ सकती हैं।  लेकिन वैश्विक राजनीति में तनाव कम नहीं हुआ है, इसलिए बढ़ोतरी जारी रह सकती है, चाहे धीमी हो जाए।  साथ ही, सोने की दरों में वृद्धि से निवेशकों को चांदी खरीदने का अच्छा मौका मिल सकता है।  वहीं, छोटे निवेशकों को बाजार की चाल पर ध्यान रखना चाहिए। 

 फिलहाल सोना 90 हजार के पार है।  आने वाले दिनों में सोना और अधिक होगा।  अप्रैल तक सोने की कीमत 93 हजार रुपये के आसपास पहुंच सकती है, और प्योर गोल्ड की कीमत 92 से 94 हजार रुपये प्रति तौला रह सकती है।