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Gold Rate : साल 2025 में 1 लाख 20 हजार पार होगा सोना, दुनियाभर के 10 बड़े बैंकर्स ने बताया कहा तक जाएगी कीमत

Gold Rate : रोजाना सोना एक नए आयाम को खोजता है।  सोने की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं।  सोने की कीमतों में कमी नहीं आ रही है, चाहे वह राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय बाजार में हो।  सोने की कीमत इस वर्ष 16 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है।  वहीं, विश्व के दस सबसे बड़े बैंकर्स ने अब सोने की कीमतों की भविष्यवाणी की है।  बताया गया है कि सोने की कीमत 1 लाख 20 हजार रुपये प्रति तोला को पार करेगी कब। 

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Gold Rate : साल 2025 में 1 लाख 20 हजार पार होगा सोना, दुनियाभर के 10 बड़े बैंकर्स ने बताया कहा तक जाएगी कीमत 

The Chopal, Gold Rate : सोने के भावों में लगातार तेजी आई है।  रोजाना सोना दर पूर्वानुमान (Gold Rate Prediction) अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय बाजार में एक नया रिकॉर्ड बना रहा है।  सोने के भावों में इस बात की स्वीकृति तेजी से होती जा रही है कि यह आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है।  साथ ही, निरंतर बढ़ोतरी ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है कि आगे क्या होगा।  सोने पर दस प्रमुख बैंकर्स की राय पढ़ें: 

सोने की कीमतें बढ़ने के कारण

सोना बहुत मूल्यवान धातु है।  सोने की कीमतों में वृद्धि के कई कारण हैं।  इनमें से कुछ में अंतरराष्ट्रीय राजनीति में चल रही हलचल ने निवेशकों को निराश कर दिया है।  सोने की दर को निवेशकों ने सुरक्षित निवेश मान लिया है।  साथ ही, देश के शेयर बाजार की कमी ने निवेशकों को गोल्ड ईटीएफ जैसी स्कीमों में लगाया है।  कुल मिलाकर, कई कारणों से सोने का मूल्य लगातार बढ़ रहा है। 

सोना इस साल नया रिकॉर्ड बनाएगा   

सोने की कीमत लगातार बढ़ रही है।  सोने की कीमतें इस साल ही 16 प्रतिशत बढ़ी हैं।  सोने (Gold Rate Prediction) की कीमतें 2025 में नए रिकॉर्ड बना सकती हैं।  ग्लोबल इन्वेस्टमेंट बैंकों और रिपोर्ट्स ने इसका अनुमान लगाया है, न कि हम। 

यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमान है

अमेरिका के दस सबसे बड़े बैंकर्स ने कहा कि इस साल सोना 3,000 से 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।  लेकिन तीन हजार का लक्ष्य पूरा किया गया है।  ऐसे में एक्सपर्ट्स ने 4000 हजार का आंकड़ा छूने का भी अनुमान लगाया है। 

 लाँग टर्म निवेश पर विचार करें

जबकि विश्लेषकों का सुझाव है कि सोने में निवेश लॉन्ग-टर्म के हिसाब से करें।  गोल्ड बॉन्ड्स, ईटीएफ या फिजिकल गोल्ड हो सकते हैं।  सोने में किसी भी तरह का निवेश अच्छा रहेगा।  2025 तक सोने की कीमत 3,000 से 4,000 डॉलर प्रति औंस हो सकती है।  वहीं, निवेश करने से पहले बाजार की हालत भी देखनी चाहिए। 

 अंतरराष्ट्रीय बाजार में किसने अनुमान लगाया

 US Bank ने सोने की कीमतों पर 3,000 डॉलर प्रति औंस तक जाने का अनुमान लगाया है।  साथ ही, गोल्डमैन ने सोने की दर का अनुमान 3,100 डॉलर प्रति औंस होने का अनुमान लगाया है।

 एनपी परिबास ने सोने की दर का अनुमान 3,100 डॉलर प्रति औंस होने का अनुमान लगाया है।  एनजेड ने जून में 3,100 डॉलर प्रति तीन महीने, या छह महीने में 3,200 डॉलर तक पहुंचने का अनुमान लगाया है। 

 साथ ही, सोने की दर का पूर्वानुमान (Gold Rate Prediction) 3,200 डॉलर प्रति औंस होगा।  डीवेयर ग्रुप ने सोने का दाम दूसरी तिमाही में 3,300 डॉलर प्रति औंस तक जाने का अनुमान लगाया है।  Saxobank ने भी सोने की कीमत 3,300 डॉलर प्रति औंस तक जाने का अनुमान लगाया है।

 जबकि मैक्यूरिन का अनुमान है कि सोने की दर (Gold Rate Prediction) 3,500 डॉलर प्रति औंस होगी।  साथ ही, सबसे बड़ी डबल लाइन ने सोने की दर (Gold Rate Prediction) 4,000 डॉलर प्रति औंस तक जाने का अनुमान लगाया है।

 इन कारणों से इतने खर्च बढ़ेंगे
 
 विशेषज्ञों का अनुमान है कि फेडरल रिजर्व और ब्याज दरों से 2025 में सोने की कीमत निर्भर करेगी।  अमेरिका में ब्याज दरें गिरने से सोने की मांग बढ़ सकती है।  जिससे लागत बढ़ेगी।  यही कारण है कि मंदी का खतरा भी है।  अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका से निवेशकों ने बाजार से बाहर निकलकर सोने की दर में निवेश किया है।  करते रहने की संभावना भी है। 

अमेरिका-चीन व्यापार तनाव, रूस-यूक्रेन युद्ध और मिडिल ईस्ट संकट भी सोने की कीमतें बढ़ाने के कारण हैं।  इससे सोने की कीमतें सीधे प्रभावित हो रही हैं, क्योंकि मांग बढ़ रही है।  वहीं, जब डॉलर कमजोर होता है और महंगाई बढ़ती जाती है  इससे सोने की कीमतें बढ़ रही हैं।  सेंट्रल बैंक भी सोने की खरीद कर रहे हैं, जिससे सोने के दाम बढ़ रहे हैं। 

 1 लाख 20 हजार तोला सोना होगा 

 डबल लाइन ने सोचा कि सोना 2025 के अंत तक 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।  अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें कम करने और विश्व बाजार में अनिश्चितता के चलते आराम से ये लक्ष्य हासिल होंगे, उन्होंने कहा।  यदि ऐसा होता है तो भारत में भी कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुरूप ही चलती हैं।

 ऐसे में साल के अंत तक भारत में सोने की कीमत 1 लाख 20 हजार तोला पार कर जाएगी।  क्योंकि 28 ग्राम एक औंस में होते हैं  वहीं, वर्तमान डॉलर दर पर एक औंस सोने की कीमत 4 हजार डॉलर होने पर भारत में 3,45,303 रुपये होगी।  जबकि सोने की दर की पूर्वानुमान भारत में 1 लाख 20 हजार रुपये से अधिक होगी।