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Home Loan EMI : 45 की उम्र के बाद होम लोन लेने वालें रखें ध्यान, वरना पड़ेगा पछताना

Home Loan EMI : अधिकतर लोगों को यह लग सकता है कि 45 साल की उम्र में होम लोन लेना कठिन हो सकता है। लेकिन आज हम आपको इस लेख में पांच महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं जिन पर ध्यान देकर आप आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं और ईएमआई भी आराम से चुका सकते हैं-

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Home Loan EMI : 45 की उम्र के बाद होम लोन लेने वालें रखें ध्यान, वरना पड़ेगा पछताना 

The Chopal, Home Loan EMI : क्या आप 45 साल की उम्र के बाद अपने घर का सपना पूरा करना चाहते हैं? कई लोग सोचते हैं कि इस उम्र में होम लोन लेना मुश्किल होगा। लेकिन ऐसी पांच बातें हैं जिन पर ध्यान देकर आप आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं और ईएमआई को भी आसानी से चुका सकते हैं। आइए, इनके बारे में विस्तार से जानते हैं-

यह 5 सीक्रेट आपके होम लोन की प्रक्रिया को सरल बनाएंगे-

क्रेडिट स्कोर पर ध्यान दें-

यदि आप होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो अपने क्रेडिट स्कोर को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। क्रेडिट स्कोर होम लोन की स्वीकृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खासकर 45 वर्ष से अधिक आयु के उधारकर्ताओं के लिए, ऋणदाता आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की गहन जांच करते हैं। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बेहतर ब्याज दरों और लोन की शर्तों को प्राप्त करने की संभावनाओं को बढ़ाता है।

अपने क्रेडिट स्कोर को 750 से अधिक बनाए रखें। क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए सभी क्रेडिट कार्ड बिल और अन्य लोन की ईएमआई का समय पर भुगतान करें। यदि क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलतियां हैं, तो उन्हें तुरंत सुधारें। यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है, जिससे आपकी ईएमआई भी कम हो सकती है।

स्थिर आय होना आवश्यक है-

बैंक लोन देने से पहले आपकी स्थिर आय का मूल्यांकन करते हैं, चाहे आप नौकरीपेशा हों या व्यवसायी। आपकी नियमित आय यह सुनिश्चित करती है कि आप लोन की ईएमआई चुका सकें। यदि आपकी आय में अस्थिरता है, तो लोन की स्वीकृति की संभावना बढ़ाने के लिए पति/पत्नी या बच्चों जैसे सह-आवेदक को शामिल करने पर विचार करें। वित्तीय संस्थान यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि लोन लेने वाला व्यक्ति समय पर भुगतान कर सके।

लोन की अवधि और ईएमआई का चयन-

यदि आप अधिक उम्र में होम लोन के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि आप लंबी अवधि का लोन न चुनें। क्योंकि यदि आप लंबे समय के लिए लोन लेते हैं तो बैंकों द्वारा आपके लोन की रिक्वेस्ट को अस्वीकृत किया जा सकता है। छोटे टेन्योर का लोन चुनने से ब्याज का बोझ कम हो सकता है।

डाउन पेमेंट की राशि बढ़ाकर लोन की राशि कम करें-

45 की उम्र में लेंडर कम लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेशियो ऑफर कर सकते हैं। आपको प्रॉपर्टी की कीमत का 20-30% डाउन पेमेंट करना पड़ सकता है। इसलिए, जितना संभव हो सके डाउन पेमेंट करें। डाउन पेमेंट बढ़ाने से लोन की राशि कम होगी, जिससे ब्याज और ईएमआई दोनों कम होंगे। इसके लिए आप अपनी बचत, एएफडी या अन्य निवेशों का उपयोग कर सकते हैं।

होम लोन की ब्याज दरों की तुलना करें-

लोन लेने से पहले विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें। कुछ बैंक 45 से अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए विशेष स्कीम्स ऑफर करते हैं, जो रिटायरमेंट के बाद की आय को ध्यान में रखते हैं। सरकारी बैंकों की स्कीम्स की जांच करें, क्योंकि उनकी ब्याज दरें कम हो सकती हैं। 45 की उम्र के बाद होम लोन इंश्योरेंस लेना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। यह लेंडर को आश्वस्त करता है कि किसी अनहोनी की स्थिति में लोन चुकाया जाएगा।

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