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Home Loan ले रहे तो रखें करें 5 बातों ख्याल, आमतौर पर खरीददार करतें हैं ऐसी गलतियां

अगर आप नए साल में अपने नए घर का सपना पूरा करना चाहते हैं तो आप होम लोन लेने का सोच रहे होंगे. चाहे आपने पहले से सेविंग कर रखी हो या फिर कर रहे हों, आज के बाजार में आपको होम लोन लेने की जरूरत पड़ेगी. लेकिन हाउसिंग लोन को लेकर होमबायर्स अकसर कुछ गलतियां करते हैं,
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Home Loan ले रहे तो रखें करें 5 बातों ख्याल, आमतौर पर खरीददार करतें हैं ऐसी गलतियां

The Chopal : अगर आप नए साल में अपने नए घर का सपना पूरा करना चाहते हैं तो आप होम लोन लेने का सोच रहे होंगे. चाहे आपने पहले से सेविंग कर रखी हो या फिर कर रहे हों, आज के बाजार में आपको होम लोन लेने की जरूरत पड़ेगी. लेकिन हाउसिंग लोन को लेकर होमबायर्स अकसर कुछ गलतियां करते हैं, जो उनके सिर पर किस्तों का बोझ बढ़ा देती हैं या फिर वो जिन बेनेफिट्स का फायदा उठा सकते थे, वो उनके हाथ से निकल जाती है. हम ऐसी ही कुछ आम गलतियां आपको बता रहे हैं, जो होमबायर्स अकसर होम लोन लेते वक्त कर बैठते हैं.

पहली गलती ये होती है कि लोग बाजार को देखकर या तो अपना बजट ढंग से बना नहीं पाते या फिर अपने बजट से बाहर चले जाते हैं. आपको घर खरीदने के लिए पहले से फाइनेंशियली तैयार होना चाहिए. ये घर खरीदने का सबसे पहला थंब रूल होना चाहिए. घर खरीदना बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट हैं, ऐसे में इसके लिए उतनी ही बड़ी तैयारी की जरूरत होगी. आमतौर पर बैंक होम कॉस्ट पर आपसे 20 फीसदी तक मिनिमम डाउन पेमेंट करने को कहते हैं. आपको कम से कम 40% सेव करके चलना चाहिए. आखिर में ये जरूर सुनिश्चित करें कि आपके होम लोन की किस्त यानी EMI आपकी टेक-होम सैलरी के 35% से ज्यादा न हो.

इंटरेस्ट रेट पर लुभावने ऑफर

अकसर बैंक होम लोन पर कम इंटरेस्ट रेट का ऑफर देते हैं. सीजन के हिसाब से भी ब्याज दर पर ऑफर्स आते रहते हैं, इन्हें देखकर आप होम लोन के लिए अप्लाई करने को आकर्षित हो सकते हैं. लेकिन होमबायर्स ये भूल जाते हैं कि ये जो ऑफर पर ब्याज दर मिल रही है, वो बाद में बढ़ जाएगी. इसके साथ ही आपको प्रोसेसिंग फीस, लीगल फीस, प्रीपेमेंट फीस वगैरह को लेकर भी आपको खर्च कैलकुलेट कर लेना चाहिए.

कोई बैकअप नहीं

होम लोन लेने से पहले आपके फाइनेंशियल प्लानिंग का गोल एक इमरजेंसी फंड तैयार करना होना चाहिए. थंब रूल तो ये है कि अगर इमरजेंसी की स्थिति आए तो आपके पास कम से कम अगले छह महीनों के खर्चे का बैकअप हो, आप इसे और बढ़ा सकते हैं. इसके अलावा, अगर आपके पास लाइफ या हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है, तो पहले ये भी ले लें, ताकि जब आप होम लोन की किस्तें भर रहे हों, और कोई मेडिकल इमरजेंसी आ जाए तो आपको दिक्क्तों का सामना न करना पड़े.

बैंक से तोल-मोल न करना

बैंक से होम लोन लेते वक्त तोल-मोल न करना आपको नुकसान पहुंचा सकता है. बैंक अकसर थोड़ा नेगोसिएशन करने पर ब्याज दर घटा देते हैं या फिर प्रोसेसिंग या ऐसी ही दूसरी फीस पर छूट दे देते हैं. ऐसे में आपको लोन या दूसरे फीस पर डिस्काउंट मांगना थोड़ा फायदा पहुंचा सकता है.

होम लोन हो या किसी भी तरह का लोन, बैंक आपका क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं. आपका क्रेडिट स्कोर जितना हाई होगा, ब्याज दर उतनी कम हो सकती है. होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर चेक करें, अगर उसमें कोई गलती है तो उसे ठीक करा लें. अपना कुल क्रेडिट 30 पर्सेंट से नीचे जरूर रखें. साथ ही कोई दूसरा लोन ले रखा है तो उसे टाइमली भरें, ताकि क्रेडिट रिपोर्ट पर कोई निगेटिव इंपैक्ट न हो.

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