Income Tax : इनकम टैक्स को लेकर आई बड़ी खबर, 15 लाख कमाई वालों को मिलेगी शानदार छूट?
Income Tax Relief : इस आगामी बजट में सरकार मिडिल क्लास को राहत दे सकती है। सरकार तैयार है कि बजट 1 फरवरी 2025 को पेश होगा। इनकम टैक्स से जुड़े कई नियमों में इस आगामी बजट में बदलाव होंगे। 2025 में इन बदलावों को देखने को मिल सकता है। आप इस आगामी बजट में सरकारी इनकम टैक्स छूट के बारे में क्या घोषणा कर सकते हैं, हम आपको बता देंगे।
The Chopal, Income Tax Relief : टैक्सपेयर्स, बढ़ती महंगाई और सीमित आय के चलते, पिछले कई सालों से इनकम टैक्स में छूट की मांग कर रहे हैं। बजट 2025 अब 1 फरवरी 2025 को पेश किया जाना है। ऐसे में टैक्सपेयर्स की उम्मीद बढ़ गई है कि सरकार आगामी बजट में इनकम टैक्स में छूट को लेकर सुविधाजनक निर्णय ले सकती है। सालाना 15 लाख रुपये तक कमाने वाले व्यक्ति को इनकम टैक्स में कटौती मिल सकती है, जैसा कि सूचना है। आइए जानते हैं।
बजट में क्या ऐलान हो सकते हैं?
महंगाई के बढ़ते इजाफे को देखते हुए सरकार इस कटौती कर सकती है (आयकर समाचार)। सालाना 15 लाख रुपये तक कमाने वाले को इनकम टैक्स में कितनी छूट मिलेगी, इस बारे में सरकार ने अभी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, किसी भी कटौती का आकार निर्धारित नहीं है। टैक्सपेयर्स ही इस कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। फिर भी, 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट (Budget 2025) में टैक्सपेयर्स को इस बारे में जो भी निर्णय होगा, पता चलेगा।
इनकम टैक्स चुनने के लाभ:
फिर भी, टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स चुनने की दो विकल्प हैं। 2020 में दूसरी या नई व्यवस्था की शुरुआत हुई थी।टैक्सपेयर्स इन सुविधाओं को अपनी आय के अनुसार चुन सकते हैं। इस अतिरिक्त सुविधाओं पर कोई छूट नहीं दी जाती।
आपको बता दें कि वर्तमान व्यवस्था में सालाना 3 लाख रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक की कमाई पर 5 से 20 प्रतिशत टैक्स लगाया जाता है. बजट अपडेट के अनुसार, 15 लाख रुपये से अधिक की कमाई पर 30 प्रतिशत टैक्स देना होगा।
अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम-
सरकार मध्यमवर्गीय लोगों को राहत देने के लिए इनकम टैक्स में छूट दे सकती है। मिडिल क्लास लोगों को अधिक धन मिलेगा अगर इनकम टैक्स में कटौती की जाएगी। जो इस महंगाई के दौर में अपने खर्चों को आसानी से भुगतान कर सकता है और यह धन देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मदद कर सकता है। सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी पिछले सात महीने से काफी कम रही है, इसलिए सरकार यह निर्णय इकॉनामी की चिंताओं को लेकर ले सकती है। नौकरीपेशा व्यक्ति अधिक खर्च कर सकते हैं अगर उनके पास अधिक पैसा बचेगा। जिससे देश का अर्थतन्त्र मजबूत होगा।
मिडिल क्लास के सामने अधिक चुनौती
टैक्स (Budget 2025) को लेकर मिडिल क्लास ने कई दिनों से शिकायत की है क्योंकि वे सबसे अधिक प्रभावित हैं क्योंकि महंगाई बढ़ा है। सरकार मध्यमवर्ग को कोई खास राहत नहीं दे रही है। वेतन भी सीमित है और महंगाई भी बढ़ रही है। लोगों का खर्च लगातार बढ़ रहा है, जिससे घरेलू सामान से लेकर कारों और दोपहिया वाहनों की मांग घटी है। इस महंगाई का असली असर व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुओं की बिक्री में भी दिखाई देता है। ऐसे में, टैक्सपेयर्स (इनकम टैक्स राहत मीडिल क्लास) को उम्मीद है कि सरकार इनकम टैक्स में छूट देकर मीडिल क्लास को राहत दे सकती है।