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Interest Business Rule: ब्याज पर पैसा देने का शुरू करें बिजनेस, इससे पहले जान से ये 3 नियम

Interest Business Rules:आज की दुनिया में कोई भी आदमी अपने खर्चों को सहन कर सकता है। इसके लिए अधिकांश लोगों को या तो बैंक से लोन लेना होगा या किसी से पैसे ब्याज पर लेना होगा (व्यापार नियम)। यही कारण है कि कुछ लोग अपना बिजनेस ब्याज पर देने से करते हैं। अगर आप भी अपने स्तर पर लोगों को ब्याज पर धन देते हैं, तो आपको इसके तीन नियमों को जानना चाहिए..।

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Interest Business Rule: ब्याज पर पैसा देने का शुरू करें बिजनेस, इससे पहले जान से ये 3 नियम 

The Chopal, Interest Business Rules: दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भी लोगों को बैंक से ब्याज या लोन लेना आम है। यही कारण है कि हमारे समाज में बहुत से साहुकार हैं जो लोगों को ब्याज पर पैसा देते हैं, बिना किसी कागजी कार्यवाही के किए जाएँ। यही कारण है कि समाज साहुकार इसे अपना व्यवसाय बना लेते हैं। आपको बता दें कि आजकल यह व्यवसाय बहुत लोकप्रिय हैं। क्योंकि इससे गरीबों को मुसीबत में आर्थिक सहायता मिलती है मानव जीवन में कभी-कभी ऐसे समय आते हैं जब उसे धन की कमी से गुजरना पड़ता है। ऐसे समय में लोगों को पैसे की कमी लगती है और लगता है कि कहीं से भी कुछ रुपये मिल जाएंगे।

यही कारण है कि ब्याज पर धन देने का व्यवसाय (Interest Business Rules) एक अच्छा विचार हो सकता है। यही कारण है कि हमारे आसपास बहुत से लोग ब्याज देने का काम करके अच्छी कमाई कर रहे हैं। Money Lending Act नामक इस व्यवसाय को भी शुरू कर सकते हैं। लेकिन याद रखें कि हर व्यवसाय को शुरू करने से पहले उसके नियमों को जानना अनिवार्य है। ठीक है, इस व्यवसाय के लिए भी कुछ ऐसे नियम बनाए गए हैं जो आपको जानना बहुत जरूरी है। ताकि आपको कोई मुसीबत नहीं होगी। तो क्या ब्याज पर पैसे देने के नियम हैं?

ब्याज देने के तीन नियम:

ब्याज पर पैसे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों या पडोसियों को देना बहुत आसान है। लेकिन आप इन बातों से जुड़े कुछ कानूनों को जान लेंगे तो बहुत फायदेमंद होगा। भारत के संविदा अधिनियम 1872 के नियमों का पालन करना चाहिए अगर आप कानूनी तरीके से ब्याज (how to start money lending business) का धंधा करना चाहते हैं। 

1. पहला शर्त:- संविदा अधिनियम 1872 की धारा 10 के अनुसार, अगर आप किसी को ब्याज पर पैसे देते हैं, या व्यक्तिगत ब्याज पर पैसे देते हैं, तो आपको कर्ज लेने वाले से लिखित एग्रीमेंट लेना चाहिए, जिसमे कर्ज के रूप में लिए गए रूपये, कर्ज लेने का मकसद, रूपये वापसी करने की तिथि, ब्याज (Interest Business Rules) दर आदि का स्पष्ट उल्लेख होना चाहिए।

2. दूसरा सिद्धांत:- इसके दूसरे नियम के अनुसार, ब्याज (Interest Business Rules) पर पैसा देने के नियम, संविदा अधिनियम 1872 की धारा 11 के अनुसार, आप जिस भी व्यक्ति को पैसा ब्याज पर देना चाहते हैं, वह वयस्क होना चाहिए। आपका धन शून्य माना जाएगा अगर कर्ज लेने वाला व्यक्ति नाबालिग है। जिस व्यक्ति को आप ब्याज दे रहे हैं, वह नशे में नहीं होना चाहिए। क्योंकि आपका पैसा इस स्थिति में भी शून्य माना जाएगा और सरकार इसकी वसूली में आपकी मदद नहीं कर सकती।

3. तीसरी शर्त: ध्यान दें कि ब्याज पर पैसा देने के आखिरी नियम (संविधान अधिनियम 1872, धारा 23) के तहत आप किसी ऐसे व्यक्ति को पैसा देते हैं जो उस पैसे से कोई गैरकानूनी काम करता है, तो आपको उस गैरकानूनी काम में भागीदार माना जाएगा (Interest Business Idea) और आपको इसके लिए दंडित भी किया जा सकता है। इस नियम को ध्यान में रखते हुए, आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिसे आप ब्याज पर पैसा देने जा रहे हैं, वह पैसे को गलत काम में नहीं लगा रहा होगा। 

ब्याज का उद्यम कैसे शुरू करें—

यदि आप ब्याज (Interest Business) पर पैसा देने के नियमों का पालन करते हैं, तो आप इसका व्यवसाय बहुत आसानी से शुरू कर सकते हैं। लेकिन इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपके पास कुछ योग्यता होनी चाहिए। इन योग्यताओं के बिना भी आप इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं, लेकिन इसे कानूनी रूप से चलाना चाहते हैं तो आपको लाइसेन्स होना चाहिए और 10वीं पास होना चाहिए। लाइसेंस लेने वाले व्यक्ति की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। आवेदक संबंधित क्षेत्र का नागरिक होना चाहिए। आप साहूकारी लाइसेंस के पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं अगर आप इन तीनों योग्यताओं को पूरा करते हैं।