UP के इन 7 जिलों में लोगों को मिलेगी NCR जैसी सुविधाएं, SCR के लिए ली जाएगी जमीन
UP News : हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के इन सात जिलों को एनसीआर की तरह सुविधाएं मिलेंगी। मिली जानकारी के अनुसार, वैसे तो इसमें आवासीय और व्यवसायिक प्रतिष्ठान होंगे, लेकिन औद्योगिक गलियारा और पार्क मुख्य आकर्षण होंगे।
The Chopal, UP News : यदि सब कुछ ठीक रहा तो राज्य राजधानी क्षेत्र (एससीआर) जल्द ही बनने लगेगा। इसमें आवासीय और व्यवसायिक प्रतिष्ठान होंगे, लेकिन औद्योगिक गलियारा और पार्क मुख्य आकर्षण होंगे।
इसका प्रारूप उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण की स्थापना के लिए जारी विधेयक में है। 1985 में, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (NCRPB) का गठन अनियोजित विकास से बचने और संतुलित विकास को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।
SSC को वर्ष 2024 तक स्थापित करने की पूरी तरह से तैयारी है। राज्य सरकार चाहती है कि इसमें एनसीआर से अधिक सुविधाएं हों। लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी एससीआर के छह जिले हैं। एससीआर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित अन्य क्षेत्रों में फैलाया जा सकेगा। सीमा आवश्यकतानुसार बढ़ाई जाएगी।
औद्योगिक गलियारा में सभी सुविधाएं राज्य सरकार एससीआर में एक औद्योगिक गलियारा बनाना चाहती है जो सभी आवश्यक सुविधाओं से लैस होगा। उद्योग लाने वालों को आवासीय सुविधाओं के लिए जमीन दी जाएगी, मसलन। इसके साथ ही बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। लोगों को आने-जाने के लिए मेट्रो रेल की सुविधा इलेक्ट्रिक बसों को इन सभी छह जिलों में परिवहन और रेलवे से जोड़ने की योजना है। विधेयक मंजूर होने के बाद आवास विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि इसके लिए एक नियमावली बनाई जाएगी, जिसमें सभी आवश्यक प्रावधान होंगे।
समझौते पर जमीन ली जाएगी—
एससीआर का प्राधिकरण मुख्य कार्यपाल अधिकारी होगा। इस पद पर वरिष्ठ आईएएस अफसर नियुक्त किया जाएगा। जमीन की व्यवस्था इसकी देखरेख में की जाएगी। किसानों से अनुबंध के अनुसार जमीन ली जाएगी और उनके पुनर्वास का प्रबंध किया जाएगा। भूमि के एवज में किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा, जिससे कोई विवाद नहीं होगा। मंजूरी के बाद विधेयक को पदों का निर्धारण किया जाएगा।
लखनऊ जिला एससीआर में शामिल है:
सीतापुर शहर
हदौई
बारामती
लखनउ
उन्नयन
रायबरेली शहर
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