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NCR के इस शहर में प्रॉपर्टी हुई महंगी, तीसरा मेट्रो कॉरिडोर बनने से आया उछाल

NCR Property Rates : आज के समय में संपत्ति की दरें आसमान छू रही हैं। दिल्ली एनसीआर में लगातार हो रहे विकास के कारण संपत्ति में बूम आ रहा है। यहां लोग संपत्ति खरीदने के लिए बहुत उत्सुक हैं। एक्सप्रेसवे शहरों को अधिक कनेक्टिविटी देते हैं, जो निवेशकों को भी आकर्षित करते हैं। NCR के इस शहर में तीसरा मेट्रो कॉरिडोर आने से संपत्ति की कीमतें भी बढ़ने वाली हैं। आप भी जान लें..

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NCR के इस शहर में प्रॉपर्टी हुई महंगी, तीसरा मेट्रो कॉरिडोर बनने से आया उछाल 

The Chopal, NCR Property Rates : दिल्ली एनसीआर लगातार अग्रसर है। यहां हर एक फॉरवर्ड सुविधा मुहैया कराने पर काम चल रहा है। हाल ही में पता चला है कि दिल्ली मेट्रो गाजियाबाद को बड़ी सौगात देने जा रही है, जो दिल्ली और गाजियाबाद के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ा देगी। ऐसा होने से गांवों तक के लोगों को बेहतरीन परिवहन सुविधा मिलेगी, साथ ही प्रॉपर्टी की कीमतें दिल्ली-NCR में आसमान पर चढ़ जाएंगी। 

ध्यान दें कि गाजियाबाद में ब्लू लाइन कॉरिडोर (Blue Line Corridor) और रेड लाइन कॉरिडोर के स्थान पर पिंक लाइन कॉरिडोर बनाने का काम शुरू हो गया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने गाजियाबाद में तीसरा मेट्रो रेल कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव यूपी सरकार, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को भेजा है।

यूपी सरकार ने प्रस्ताव किया है कि पिंक लाइन मेट्रो को गाजियाबाद के अर्थला से दिल्ली के गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन तक बढ़ाया जाएगा। ध्यान दें कि ये मार्ग काफी लंबा है और इसके बीच में बनाई जाने वाली मेट्रो लाइन से गाजियाबाद के कई क्षेत्रों को बहुत फायदा होगा। साथ ही, इस रूट पर चल रही आवासीय योजनाओं और अन्य परियोजनाओं को गति मिलेगी, जिससे संपत्ति की मांग में भी वृद्धि हो सकती है।

पिंक लाइन कॉरिडोर बनने के बाद, गाजियाबाद की दक्षिणी दिल्ली से सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी, जो दिल्ली के कई इलाकों से जुड़ जाएगी। वहीं आप सीधे उत्तर-पूर्वी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, मयूर विहार, हजरत निजामुद्दीन, आश्रम, लाजपत नगर, साउथ एक्सटेंशन, सरोजिनी नगर, भीकाजी कामा प्लेस, दिल्ली कैंट, राजौरी गार्डन, पंजाबी बाग, शालीमार बाग, आजादपुर और मजलिस पार्क तक भी जा सकते हैं।

वर्तमान में गाजियाबाद में दो मेट्रो कॉरिडोर हैं, जो 13 किलोमीटर लंबा होगा। दो मेट्रो कॉरिडोर हैं: ब्लू लाइन मेट्रो कॉरिडोर आनंद विहार से वैशाली तक है, जबकि रेड लाइन मेट्रो कॉरिडोर आनंद विहार से वैशाली तक है। दिलशाद गार्डन से न्यू बस स्टैंड तक चलने वाला दूसरा मेट्रो कॉरिडोर है रेड लाइन मेट्रो कॉरिडोर। DMRC का प्रस्ताव बताता है कि पिंक लाइन मेट्रो कॉरिडोर लगभग 13 किलोमीटर लंबा होगा। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को अंतिम रूप दिए जाने के बाद सटीक संख्या और स्थान निर्धारित किए जाएंगे, हालांकि इस रूट पर दस से अधिक स्टेशन हो सकते हैं।

प्रॉपर्टी रेट बढ़ेंगे

क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष मनोज गौड़ ने बताया कि गाजियाबाद में मेट्रो का विस्तार शहर की कनेक्टिविटी को और अधिक मजबूत बनाएगा। इससे दिल्ली और एनसीआर में काम करने वाले लोगों को आसानी से यहां आने-जाने की सुविधा मिलेगी। गाजियाबाद में बेहतर कनेक्टिविटी के कारण रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश के अधिक अवसर मिलेंगे, जो खरीदारों और निवेशकों को और अधिक आकर्षित करेंगे। 

मेट्रो के इस नए विस्तार से गाज़ियाबाद के रियल एस्टेट क्षेत्र में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। यह कदम प्रॉपर्टी की कीमतों में स्थिरता लाएगा और उन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की मांग बढ़ेगी जहां पहले ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा कम थी। साथ ही, लोगों का रूझान इन इलाकों की ओर बढ़ेगा क्योंकि ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा मिलेगी। 

साथ ही, अंसल हाउसिंग के कुशाग्र अंसल और एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने कहा कि मेट्रो विस्तार से उन क्षेत्रों में संपत्ति की मांग में वृद्धि होगी जो सीधे इस नए कॉरिडोर से जुड़ेंगे। निवेशकों के लिए यह अवसर सुनहरा होगा क्योंकि अच्छी कनेक्टिविटी के चलते आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाओं की कीमतें स्थिरता और उछाल दोनों दिखा सकती हैं।

दिल्ली और गाजियाबाद में हॉटस्पॉट कहाँ होगा?

दिल्ली और गाजियाबाद के घनी आबादी वाले इलाकों को जोड़ने वाले इस मार्ग से लोगों की राह आसान होगी ही, और डीएमआरसी (DMRC) से उम्मीद है कि इससे अच्छा प्रतिक्रिया मिलेगी। पिंक लाइन मेट्रो दिल्ली गोकुलपुरी से गाजियाबाद के तुलसी निकेतन, डीएलएफ, हिंडन एयरपोर्ट, शालीमार गार्डन, राजेंद्र नगर, हिंडन एयरफोर्स स्टेशन, करहेड़ा और लोनी रोड इंडस्ट्रियल एरिया को जोड़ते हुए अर्थला पहुंचेगी। इन इलाकों में संपत्ति बूम पर रहती है।

लोग बचते थे, अब भारी डिमांड

जानकारी के अनुसार, मेट्रो के इस नए रूट से गाजियाबाद के कई हिस्सों में रियल एस्टेट का रुख बदलने वाला है। परिवहन सुविधाओं की कमी के कारण पहले निवेशक और खरीदार उन क्षेत्रों में संपत्तियों की खरीद से बचते थे, अब नई संभावनाएं पैदा होंगी।