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Property News: रेडी टू मूव की बजाय अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी में बढ़ रहा लोगों का रुझान, जानिए क्या है वजह

प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 2023 की तीसरी तिमाही में घर खरीदने की अवस्था में 5.9% का उछाल आया है। जिसे दूसरी सबसे ज्यादा ग्रोथ कहां जा सकता है।
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Property News: रेडी टू मूव की बजाय अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टी में बढ़ रहा लोगों का रुझान, जानिए क्या है वजह

The Chopal : प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 2023 की तीसरी तिमाही में घर खरीदने की अवस्था में 5.9% का उछाल आया है। जिसे दूसरी सबसे ज्यादा ग्रोथ कहां जा सकता है। एनारॉक के हालिया कंज्यूमर सेंटीमेंट सर्वे के अनुसार, रेडी-टू-मूव घरों की मांग में गिरावट आई है और यह अब कंज्यूमर्स की प्राथमिकता में सबसे नीचे है। 

कोरोनावायरस के बाद घरेलू फ्लैट्स की मांग तेजी से बढ़ी है। कीमतें भी तेजी से बढ़ी हैं। Experts कहते हैं कि निवेशक अब अपेक्षाकृत कम मूल्य की अंडर-कंस्ट्रक्शन संपत्ति खरीद रहे हैं क्योंकि रेडी-टू-मूव फ्लैट्स की कीमतों में तेज बढ़ोतरी हुई है। नाइट फ्रैंक इंडिया (Knight Frank India) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में घर खरीदने की औसत लागत में सालाना 5.9% की बढ़ोतरी हुई, जो एशिया में दूसरी सबसे ज्यादा ग्रोथ है, 2023 की तीसरी तिमाही तक।

उदाहरण के लिए, बेंगलुरु के व्यस्त इलाके इंदिरा नगर में रेडी-टू-मूव फ्लैट्स की कीमत 18,000 से 30,000 वर्ग फुट है। 1,000-2,400 वर्ग फुट वाले कई अपार्टमेंट्स की कीमत 50,000–62,000 रुपये प्रति वर्ग फुट है, जिससे उनकी कीमत 5–14 करोड़ रुपये है। इसकी तुलना में अंडर-निर्माण 14,000 से 15,000 रुपये प्रति वर्ग फुट है।

बेंगलुरु की कंपनी हनु रेड्डी रियल्टी के वाइस प्रेसिडेंट कुमार ने कहा, 'घर के ज्यादातर खरीदार या इनवेस्टर अंडर-कंस्ट्रक्शन संपत्ति के बारे में पूछताछ कर रहे हैं, जिनकी कीमत रेडी-टू-मूव के मुकाबले 15-20 पर्सेंट कम है।'


एनारॉक ग्रुप (ANAROCK Group) में रिसर्च हेड और रीजनल हेड प्रशांत ठाकुर ने कहा, "कोरोना से पहले ज्यादातर लोग रेडी-टू-मूव संपत्ति खरीदना चाहते थे, क्योंकि घर मिलने में काफी देरी होती थी। इसके तुरंत बाद भी निवेशक रेडी प्रॉपर्टी की ओर भाग रहे थे, क्योंकि वे किराए में बढ़ोतरी और जल्दी रिटर्न की उम्मीद कर रहे थे। हालाँकि, पिछले कुछ वर्षों में यह रुझान बदल गया है, और खरीदार अब नई परियोजनाओं और अंडर-कंस्ट्रक्शन संपत्ति में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।'

एनारॉक के हालिया कंज्यूमर सेंटीमेंट सर्वे के अनुसार, रेडी-टू-मूव घरों की मांग में कमी आई है, जो अब कंज्यूमर्स की प्राथमिकता में सबसे नीचे है। साल 2023 की दूसरी छमाही में रेडी-टू-मूव और नए कामों के उद्घाटन का अनुपात 23:24 था। यह 2020 की पहली छमाही में 46:18 के उलट ट्रेंड है। अंडर-निर्माण संपत्ति की मांग में जनवरी से मार्च 2024 के दौरान तिमाही आधार पर 7.8% की बढ़ोतरी हुई।

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