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RBI का गोल्ड लोन को लेकर अहम कदम, बैंकों को करना होगा स्पष्ट

RBI action on gold loan : भारत के केंद्रीय बैंक ने हाल ही में गोल्ड लोन के मामलों पर बैंको की क्लास लगाई है। गोल्ड लोन लोगों को बैंक से सोने के बदले लोन मिलता है जो उनकी तत्काल आवश्यकताओं को पूरा करता है। नीचे खबर में गोल्ड लोन का मुद्दा और आरबीआई ने बैंको को दिए गए निर्देशों को पढ़ें..

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RBI का गोल्ड लोन को लेकर अहम कदम, बैंकों को करना होगा स्पष्ट 

The Chopal, RBI action on gold loan : जैसा कि आप जानते हैं, गोल्ड लोन सोने के आभूषणों के बदले दिया जाता है। यह एक प्रकार का सुरक्षित लोन है, जिसमें ऋणदाता सोने के मूल्य पर धन देता है। इस तरह का लोन लेने के लिए आपको बहुत कम दस्तावेज़ की आवश्यकता होती है और प्रोसेसिंग आसान और जल्दी होता है। बैंकों और फाइनेंस कंपनियों ने ये लेन सुविधाएं प्रदान की हैं। फाइनेंस कंपनियों और बैंको ने अभी हाल ही में भारत के केंद्रीय बैंक से उत्तर की मांग की है। वास्तव में, रिजर्व बैंक ने बैंकों, फाइनेंस कंपनियों (NBFCs) और बैंकों को गोल्ड लोन से संबंधित नियमों को सुधारने के लिए तीन महीने का समय दिया है। 

इसमें केंद्रीय बैंक (RBI), जो बैंकों को नियंत्रित करता है, ने सभी वित्तीय संस्थाओं से बेड लोन छिपाने सहित अनियमित प्रक्रियाओं को उजागर करने की अपील की है. RBI ने अपनी गोल्ड लोन पॉलिसी में किसी भी कमी को भी पकड़ने और दूर करने की भी अपील की है। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों और फाइनेंस कंपनियों को इसके लिए तीन महीने की अवधि दी है। बैंकों को इस समय गोल्ड लोन पॉलिसी में फिर से शामिल होने के लिए योजना बनानी होगी। आरबीआई ने बैंकों को चेतावनी दी कि अनुपालन नहीं करने पर नियामक कार्रवाई की जाएगी।

गोल्ड लोन क्या है?

जैसा कि हर कोई जानता है, गोल्ड लोन एक सिक्योर्ड लोन है जो सोने की संपत्ति को गिरवी रखने के एवज में दिया जाता है। इसमें बैंक सोने की कीमत पर लोन राशि निर्धारित करते हैं। पर्सनल लोन की तुलना में गोल्ड लोन पर इंटरेस्ट रेट कम होता है, जो गोल्ड लोन का सबसे बड़ा फायदा है। गोल्ड लोन में कॉलेटरल (Collateral in Gold Loan) गहने होते हैं, इसलिए बैंकों को कोई सुरक्षा नहीं चाहिए। यह लोन सबसे सुरक्षित और आसानी से मिलने वाला है जो आपको तत्काल धन की आवश्यकता पूरी करता है। 

RBI ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया

आरबीआई ने सोने पर मिलने वाले इस लोन पर सख्त रवैया अपनाया है (RBI stricy action on banks) क्योंकि रेगुलेटर ने गोल्ड लोन ऑपरेशन में कई अनियमितताएं पाई हैं। गोल्ड लोन रिव्यू ने पाया कि आंशिक भुगतान के बाद भी लोन दिया जाता है और नए मूल्यांकन के बिना टॉप-अप लोन (top up loan facility) का उपयोग किया जाता है। यही सब कारण है कि भारतीय रिजर्व बैंक को ऐसा करना पड़ा है। 

गोल्ड लोन के क्या लाभ हैं?

आसान उपलब्धता

यह लोन सभी को उपलब्ध है, जो इसका सबसे बड़ा लाभ है। गोल्ड लोन पारंपरिक क्रेडिट विकल्पों की तुलना में अधिक लोगों के लिए उपलब्ध है। गोल्ड लोन भी मिल सकता है वेतनभोगी कर्मचारी, स्व-रोजगार वाले प्रोफेशनल, या व्यक्ति जिनकी क्रेडिट रिकॉर्ड अच्छी नहीं है।बस एक शर्त है कि गिरवी रखने के लिए उनके पास सोना होना चाहिए। 

गोल्ड लोन पुनर्भुगतान की क्षमता

इस लोन की एक और विशेषता है कि इसके पुनर्भुगतान में काफी लचीलापन है। इसमें उधार लेने वाले अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार भुगतान की अवधि चुन सकते हैं। आप दीर्घकालिक या अल्पकालिक लोन भुगतान चुन सकते हैं।

बहुत कम खर्च और कम ब्याज दर

गोल्ड लोन में कोलेटरल सोना अक्सर कम ब्याज दर देता है क्योंकि यह अनसिक्योर्ड या असुरक्षित है।