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Real Estate: घरों की कीमतों में तगड़ी गिरावट, इन शहरों में मिल रहे सबसे सस्ते मकान

Property rate : प्रापर्टी और घरों की कीमतों में लगातार गिरावट आई है।  भारत के प्रमुख शहरों में घरों के दाम पिछले दो-तीन साल से बहुत तेजी से घट रहे हैं।  कोरोना वायरस के बाद घरों और संपत्ति की कीमतों में भारी उछाल हुआ।  वर्तमान समय में घरों और संपत्ति के रेट बिक्री न होने के कारण कम होते जा रहे हैं।  यदि आप भी घर खरीदने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

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Real Estate: घरों की कीमतों में भारी गिरावट, इन शहरों में मिल रहे सबसे सस्ते मकान 

The Chopal, Property rate : कोरोना काल से पहले भारत में घरों और संपत्ति के दामों में गिरावट आई थी।  कोरोना महामारी के दौरान भीड़ से बचने के लिए लोगों ने घर खरीदने और बनाने के दरों में गिरावट की शुरुआत की।  कोरोनावायरस के बाद देश के प्रमुख शहरों में घरों और संपत्ति की कीमतें रॉकेट की स्पीड़ से बढ़ गई हैं।

 2022 तक संपत्ति दर सातवें आसमान (Property Rate in 2022) पर कारोबार करेगी।  भारत के प्रमुख शहरों में संपत्ति और घरों के दाम पिछले दो साल से बहुत तेजी से गिर रहे हैं।  बिल्डरों को माल की मांग कम होने का पूरा एहसास है, इसलिए वे सप्लाई बढ़ाकर कीमतें कम करने से बच रहे हैं।

 Real Estate के सपनों का अंत

 देश के प्रमुख शहरों में आज से पांच साल पहले, घरों और प्रोपर्टी कारोबार सबसे तेजी से बढ़ने वाले कारोबार में से एक था।  पिछले तीन वर्षों से घरों और संपत्ति की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है।  कोविड-19 के बाद 2022 में प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ी, जिससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला।  कोरोना काल से पहले, 2022-23 में संपत्ति के दामों में 3 से 4 प्रतिशत का उछाल देखा गया था। 

23 प्रतिशत घर बिक्री गिरी

 देश के प्रमुख शहरों में रियल एस्टेट कारोबार सिमटा हुआ दिखाई देता है।  विशेषज्ञों की एक रिपोर्ट के अनुसार, घरों की बिक्री इस वर्ष की पहली तिमाही में 23 प्रतिशत गिर गई है (real estate sell in 2025)।  वहीं नवीनतम लॉन्च में भी जनवरी-मार्च 2024 के मुकाबले 34% की भारी गिरावट आई है। 

 प्रोपर्टी निवेशकों को बुरी खबर

 कोरोनावायरस महामारी के बाद, लोग संपत्ति में अधिक निवेश कर रहे हैं।  हमारे देश में प्रोपोर्टी एक सुरक्षित निवेश है।  लेकिन पिछले कुछ वर्षों में संपत्ति खरीदना एक घाटे का सौदा बन गया है।  2021 से 2024 तक, संपत्ति बाजार ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया।  लेकिन अब ऐसा रिटर्न (return in property investment) मिलना कठिन हो गया है।  लग्जरी घरों की आपूर्ति जरूरत से अधिक होने से इस सेगमेंट पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ रहा है।

 देश के सात प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री में गिरावट

 देश के प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री लगातार घट रही है।  हाल ही में प्रॉपर्टी और घर विशेषज्ञों की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के कुछ शहरों में केवल बेंगलुरु और दिल्ली-एनसीआर (Property in Delhi-NCR) में बिक्री 10 से 10 प्रतिशत बढ़ी है।  लेकिन 2024 की पहली तिमाही के मुकाबले बिक्री हैदराबाद में 47 प्रतिशत, मुंबई में 36 प्रतिशत और पुणे में 33 प्रतिशत घटी है।  नए घरों की बिक्री पिछले तीन महीने से 1 लाख से कम है (Delhi Property Rate)। 

 नए परियोजनाओं की लांचिंग कम हुई

 अकेले बेंगलुरु (property in brengluru) में इस साल की पहली तिमाही में नई सप्लाई 17% बढ़ी है, जो कुल लॉन्च का 25% है।  लेकिन कोलकाता में लॉन्च 62 प्रतिशत कम हुए हैं।  मुंबई (property in mumbai) में पचास प्रतिशत की कमी आई है।  नए लॉन्च पुणे, चेन्नई, हैदराबाद और दिल्ली-एनसीआर में 48%, 38% और 14% कम रहे हैं।

 प्रोपर्टी और घरों पर बढ़े दाम

 प्रोपर्टी डीलरों को पहले से ही घरों की कीमतों में गिरावट का अंदेशा था।  इसलिए वे नए परियोजनाओं को शुरू करने से बच रहे हैं और सप्लाई को बढ़ाकर कीमतों को कम कर रहे हैं।  गुरुग्राम के द्वारका एक्सप्रेसवे (Property on Dwarka Expressway) और नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे (Property on Yamuna Expressway) जैसे क्षेत्रों में संपत्ति पर छूट बढ़ी है।

 विशेषज्ञों का कहना है कि इस गिरावट की सबसे बड़ी वजहें कीमतों में अचानक बढ़ोतरी, निवेशकों की सतर्कता और देश की अर्थव्यवस्था में कमजोरी हैं।  अब प्रॉपर्टी में पैसा लगाना फायदे का सौदा नहीं है।