Success Story: थाईलैंड यात्रा के दौरान मिला आईडिया, कुछ हजार से शुरू किया बिजनेस आज करोड़ों में पहुंचा
Couple Success Story : कोई आदमी अपने मन में किसी काम करने की ठान ले तो वह कामयाबी हासिल करके ही रहता है। इसी तरह एक कपल ने थाईलैंड टूर से प्रेरित होकर बिजनेस शुरू किया आज वह करोड़ों की कंपनी के मालिक है। और इसमें उन्होंने कम पैसे लगाकर बिजनेस की शुरुआत की थी, आईए जानते हैं ऐसा कौन सा बिजनेस है जैसे यह कपल आज करोड़ों की संपत्ति का मालिक है।
Kapil Garg Success Story : जयपुर के कपिल गर्ग सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने 8 साल MNC में काम किया। फिर नौकरी छोड़कर रंग-बिरंगे मोजे बेचने का बिजनेस शुरू किया। उनकी पत्नी विधि गर्ग ने इसमें उनका पूरा साथ दिया। उनकी कंपनी ठेला गाड़ी का सालाना टर्नओवर अब करोड़ों में पहुंच गया है। कपिल ने 2018 में सिर्फ 1 लाख रुपये से अपने बिजनेस की शुरुआत की थी। आइए, यहां कपिल गर्ग की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।
2018 में शुरू की थी कंपनी
जयपुर के कपिल गर्ग ने 2018 में ठेला गाड़ी (TG) नाम की कंपनी की नींव रखी थी। यह एक ऐसा ब्रांड है जो किफायती दामों पर दिलचस्प फैशन एक्सेसरीज बेचता है। कपिल ने यह ब्रांड इसलिए शुरू किया क्योंकि उन्हें बाजार में मिलने वाले कपड़े और एक्सेसरीज बोरिंग लगते थे। वह चाहते थे कि लोगों को कुछ नया और मजेदार मिले। शुरुआत में उन्होंने बच्चों और बड़ों के लिए रंग-बिरंगे मोजे डिजाइन किए जिन पर कार्टून के चित्र बने होते थे। धीरे-धीरे उन्होंने अपने प्रोडक्ट्स की लिस्ट में और भी चीजें शामिल कर लीं। इनमें टोट बैग, बॉक्सर शॉर्ट्स, रुमाल और आई मास्क शामिल थे।
प्रोडक्ट्स की कीमत 59-799 रुपये के बीच
आज ठेला गाड़ी के पास 110 से भी ज्यादा तरह के प्रोडक्ट्स हैं। इनकी कीमत 59 रुपये से 799 रुपये के बीच है। इन प्रोडक्ट्स को उसकी वेबसाइट या अमेजन इंडिया से खरीदा जा सकता है। Inc42 के अनुसार, ठेला गाड़ी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 1.8 करोड़ रुपये कमाए। कंपनी का टारगेट है कि साल 2024 तक वह 5.5 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल कर ले। इसके लिए वह अपने प्रोडक्ट्स को और भी दुकानों और प्लेटफॉर्म पर बेचने की योजना बना रही है।
थाईलैंड यात्रा पर आया आइडिया
कपिल और विधि को थाईलैंड की यात्रा के दौरान रंगीन मोजों का आइडिया आया। वहां उन्होंने देखा कि बड़े लोग भी स्टाइलिश मोजे पहनते हैं। लेकिन, भारत में सिर्फ बच्चों के लिए ही ऐसे मोजे मिलते थे। विदेशी ब्रांड महंगे थे और क्वालिटी भी अच्छी नहीं थी। उनका मकसद था कि लोगों को सीधे अच्छी क्वालिटी के फैशनेबल एक्सेसरीज किफायती दामों पर मिल सकें। मोजों से शुरुआत करने के बाद उन्होंने अपने प्रोडक्ट्स की लिस्ट में और भी चीजें शामिल कर लीं।
शुरू में लोगों ने दिए ताने
नौकरी छोड़कर जब कपिल गर्ग ने अपने काम की शुरुआत की थी तब लोगों ने ताने भी दिए। कई ने बोला- यह पागल हो गया है। ठेला गाड़ी की सफलता का राज कपिल की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी को भी जाता है। उन्होंने युवाओं को टारगेट किया। 90 के दशक के कार्टून कैरेक्टर वाले मोजे बनाए जो लोगों को बहुत पसंद आए। कपिल की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो अपनी नौकरी छोड़कर खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं। उनकी कहानी बताती है कि अगर आपमें कुछ कर गुजरने का जज्बा है तो सफलता जरूर मिलती है।