यह पौधा एक बार लगाने पर देगा शानदार कमाई, वन विभाग भी करेगा मदद

The Chopal, Darbhanga News : भारत एक कृषि उत्पादन देश है। जहां कृषि बड़े उत्पादन पर की जाती है। जिसमें यूकेलिप्टसके पौधों की खेती हर किसान नहीं करता लेकिन इसके उत्पादन में बहुत मुनाफा है। इसलिए बिहार के किसान अपनी आमदनी को बढ़ाने के लिए खेती में कई नई तकनीक का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन इसके विपरीत उन्हें उम्मीद के मुताबिक मुनाफा नहीं होता है। किसान अधिक मुनाफा कमाने के लिए बागवानी का सहारा ले सकते हैं। किसानों को बेहतर रिर्टन देने वाले कई लकड़ी के पौधे हैं। उन्हीं में से एक है यूकेलिप्टस। यूकेलिप्टस के पेड़ों से ईंधन, फर्नीचर, पेटियां आदि महंगे सामान बनाए जाते हैं, इसलिए इसकी खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है। किसान इसकी खेती करके लाखों में मुनाफा कमा सकते हैं, बस नाममात्र की लागत होगी। यूकेलिप्टस के पौधे भी वन विभाग देता है।
ज्यादातर किसान यूकेलिप्टस पौधे की खेती में रुचि नहीं लेते। किसानों में भ्रांति है कि यूकेलिप्टस का पौधा जहां लगाया जाता है, वहां के जल स्रोत को अवशोषित करता है। जिससे जलस्तर प्रभावित होता है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है, और इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिल गया है। यूकेलिप्टस की खेती करके कम समय में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। यूकेलिप्टस एक तेजी से बढ़ने वाली प्रजाति है, मिथिला वन प्रमंडल क्षेत्र दरभंगा के डीएफओ भास्कर चंद्र भारती ने बताया। 10 साल बाद इसे हार्वेस्ट कर सकते हैं। 10 साल में ही यूकेलिप्टस पौधा काफी बढ़ जाता है, जिससे किसानों को बेहतर पैसे मिलते हैं। उनका कहना था कि यूकेलिप्टस में पानी की कमी है, लेकिन इस बारे में कोई ठोस वैज्ञानिक तथ्य या अध्ययन नहीं हुआ है। दरभंगा वैसे भी पर्याप्त पानी का स्रोत है, इसलिए ऐसी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
एक पेड़ से 70 हजार रुपये कमा सकते हैं
डीएफओ भास्कर चंद्र भारती ने कहा कि किसान यूकेलिप्टस का प्लांट लगाने से काफी लाभ मिलेगा। इसकी बागवानी को बढ़ावा देना चाहिए। इससे जलवायु भी सुधरेगी। इसके पौधे को लगाने के लिए दो पौधों में तीन मीटर की दूरी होनी चाहिए। यूकेलिप्टस पेड़ तेजी से बढ़ता है। इसका दूरी लगभग 2 मीटर, ऊंचाई 20 से 50 मीटर और आकार मध्यम से लंबा होता है। पेड़ों को समय-समय पर जमीनी स्तर पर काटा जाता है ताकि विकास (काटना) को बढ़ावा मिल सके और मिट्टी और जलवायु लचीलेपन को बढ़ावा मिल सके। यूकेलिप्टस के पेड़ों को पूर्वानुमानित वृद्धि, जलवायु के अनुकूल अनुकूलनशीलता और उपयोगिता के कारण बढ़ाया जाता है और इन्हें मनुष्य के विकास में महत्वपूर्ण माना जाता है। एक एकड़ में 1500 तक पौधे लगाए जा सकते हैं। 10 वर्षों के बाद, पेड़ की कीमत उसकी मोटाई और गोली पर निर्भर करती है। एक पेड़ से किसान 70 हजार रुपये तक का मुनाफा कमा सकता है यदि पेड़ आयतन में और पूरी तरह से स्वस्थ है। यूकेलिप्टस का मुख्य उद्देश्य प्लाई बनाना है। इससे कागज की लुग्दी भी बनती है।