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Tree Farming: चंदन नहीं, करिए इस पेड़ की खेती, कुछ सालों में बन जाएंगे करोड़पति

Tree Farming :किसान परंपरागत खेती के साथ बागवानी खेती करते हैं तो यह फसल किसानों के लिए फायदे का सौदा हो सकती है। किसान अगर गम्हार पेड़ की खेती करते हैं तो यह पेड़ 20 से 25 साल तक 1 एकड़ में करोड़ों रुपए मुनाफा देता है। 

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Tree Farming: चंदन नहीं, करिए इस पेड़ की खेती, कुछ सालों में बन जाएंगे करोड़पति

Tree Farming : परंपरागत खेती के अलावा बागवानी खेती भी आपकी अच्छी आमदनी करवा सकती है। परंतु किसानों को यह नहीं पता होता कि कौन सा पेड़ कितने सालों तक फायदा देता है। वही आप अगर पेड़ों के शौकीन है, तो आपके मन में चल रहा होगा कि सांगवान के पेड़ लगाने से काफी मुनाफा हो सकता है, लेकिन आप ऐसा गलत सोच रहे हैं। दरअसल सांगवान के अलावा कई और पेड़ कम समय में ज्यादा मुनाफा देते हैं चलिए जानते हैं उनके बारे में।

पर्यावरण एवं वन विभाग मिथिला वन प्रमंडल दरभंगा के प्रधान लिपिक अरुण कुमार झा की मानें तो सागवान से भी ज्यादा मुनाफा देने वाली कई प्रजाति के पेड़ अपने बिहार में लगाए जाते हैं।  इससे किसान अधिक मुनाफा कमाते भी हैं। 

उन्होंने बताया कि महोगनी और सागवान के बजाए गम्‍हार के पेड़ लगाकर किसान कम समय में ज्यादा पैसा कमा सकते हैं। यह बहुत कम समय में तैयार हो जाता है, जिसे आप बेच सकते हैं। 

इस तरह करवाएगा गम्हार पेड़

गम्हार पेड़ खेती किसानों को जल्‍दी आर्थिक फायदा पहुंचाती है। इसकी खासियत है कि यह काफी तेजी से विकास करता है। इसके पत्तों का इस्तेमाल कई प्रकार के दवा और औषधि के रूप में भी किया जाता है। इसकी लकड़ी से कई तरह के फर्नीचर बनते हैं। 

अगर इसे 1 एकड़ में किसान लगाना चाहे तो उसे लगभग 500 पौधे लगाने होंगे, जिसमें किसान को लगभग 45 से 50 हजार खर्च आएगा।  वहीं, जब यह पेड़ तैयार हो जाते हैं, तो 1 एकड़ में लगभग एक करोड़ की कमाई किसान कर सकते हैं। यह 20 से 25 साल में तैयार हो जाते हैं। 

यह पेड़ 100 साल में होता है तैयार

अरुण कुमार झा ने बताया कि महोगनी, सागवान और जामुन जैसे पौधे लॉन्ग टाइम होते हैं।  इनको तैयार होने में काफी समय लगता है। इसमें महोगनी, सागवान जैसे पौधे तैयार होने में 100 वर्ष तक ले लेते हैं। जबकि गम्‍हार का पेड़ 20 से 25 साल में तैयार हो जाता है। शॉर्ट टाइम वाले पेड़ों को 3 मीटर की दूरी पर लगाना चाहिए। जबकि लॉन्ग टाइम वाले पेड़ों को 5 मीटर की दूरी पर किसान लगा सकते हैं। 

गौरतलब है कि अगर आप अपने जमीन पर इन पौधों की खेती करना चाहते हैं, तो आप विभाग से जाकर इसकी विस्तृत जानकारी ले सकते हैं। बिहार सरकार के द्वारा कई तरह की स्कीम भी किसानों के लिए पर्यावरण एवं वन विभाग में आती रहती हैं।