Mausam : दिल्ली व आसपास के इलाकों में बरसेगें मेघ, भयंकर गर्मी से मिलेगी राहत

THE CHOPAL - HP से लेकर दिल्ली-NCR तक में आज से 4 दिनों तक बरसात की संभावना भी है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में यह कहा है कि इस दौरान दिल्ली में तेज हवाएं भी चल भी सकती हैं। हालांकि, इस दौरान तापमान में अधिक गिरावट की संभावना भी नहीं है। IMD ने 14 मई से 17 मई तक HP में अलग-अलग हिस्सों पर आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी भी दी है। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम RJ, HR, दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों में 15 से 17 तक लू चलने के आसार भी हैं।
ये भी पढ़ें - सरसों खरीद को लेकर किसानों व पुलिस की बीच झड़प, जानें क्या है माजरा
दिल्ली में मौसम के एक बार फिर बदलने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 4 से 5 दिन राजधानी में तेज हवा चलने के आसार भी हैं। इतना ही नहीं, 16 मई को कई हिस्सों में बूंदाबांदी भी हो सकती है। हालांकि, तापमान में अधिक गिरावट की संभावना भी नहीं है। रविवार को भी बादल छाए रहने और दोपहर बाद से शाम तक धूल भरी आंधी चल सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में फिलहाल गर्मी से राहत मिलने की संभावना कम भी है। अगले कुछ दिनों तक दोपहर के वक्त गर्मी अधिक भी रहेगी। शाम के वक्त तेज हवा चलने के कारण से कुछ राहत भी रहेगी। अगले 5 दिनों तक शाम के वक्त दिल्ली में 30 से 40 KM प्रतिघंटा की गति से हवा चल भी सकती है।
कुछ इलाकों में लू चलने के आसार
पश्चिम RJ, HR, दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों में 15 से 17 तक लू चलने के आसार भी हैं। मौसम विभाग के मुताबिक बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में और रविवार को तटीय आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी के यनम में भी लू चलने की संभावना भी है।
बिजली गिरने की चेतावनी -
मौसम विज्ञान केंद्र ने 14 मई से 17 मई तक HP में अलग-अलग इलाकों पर आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी भी दी है। मौसम विभाग के अनुसार येलो अलर्ट जारी भी किया है। बाकी राज्य में लगातार दूसरे दिन मौसम शुष्क बना भी रहा। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 4 दिनों में मध्य पहाड़ियों में हल्की से मध्यम बरसात और ऊंची पहाड़ियों में अलग-अलग इलाकों पर बरसात या हिमपात की भविष्यवाणी भी की है क्योंकि चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी राजस्थान और पड़ोस में स्थित भी है।