आजादी के बाद पहली बार किसी महिला अपराधी को फांसी दी जाएगी, जानिए पूरा मामला
जब से भारत देश को आजादी मिली तब से आज तक किसी महिला अपराधी को फांसी नहीं हुई. परंतु पहली बार अब मथुरा की जेल को इसके लिए तैयार किया जा रहा है ताकि अमरोहा की रहने वाली शबनम को मौत की सजा दी जाए. इसके लिए पवन जल्लाद से जेल का निरिक्षण करा लिया गया है. इसके लिए पवन 2 बार निरीक्षण के लिए जेल में भी कर चुके हैं,
एक महत्वपूर्ण जानकारी बता दें की आज तक किसी महिला कैदी को फांसी की सजा नहीं दी गई मगर इस बार अमरोहा की रहने वाली शबनम नाम की महिला को जिला अदालत से लेकर सु्प्रीम कोर्ट और फिर राष्ट्रपति ने भी फांसी देने के लिए अब हां कर दी है,
उनकी सजा को किसी ने भी कम नहीं किया है. दरअसल शबनम ने साल 2008 में अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही परिवार के 8 लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी. उन्होंने बहुत ही बेरहमी से इस घटना को अंजाम दिया था,
शबनम ने अपनी सजा को कम कराने के लिए राष्ट्रपति के सामने दया की गुहार लगाई थी परंतु राष्ट्रपति भवन ने उसकी दया याचिका को भी खारिज कर दिया था. पवन जल्लाद ने भी 2 बार जेल का निरीक्षण कर चुके हैं. उन्होंने फांसी के लीवर में जो कमी दिखी उसे ठीक कराने के लिए कहा था जिसे जेल प्रशासन ने ठीक करा लिया है,
साथ ही यह जानकारी बता दें की इस फांसी पर मीडिया रिपोर्ट आ रही खबरों के बीच मथुरा जेल के अधीक्षक शैलेंद्र कुमार मैत्रेय ने कहा है कि उनको अभी तक इसकी औपचारिक तौर पर कोई ऐसा वारंट जारी नहीं किया गया है. लेकिन फिर भी जेल प्रशासन पूरी तरह तैयार है. वह कहते हैं कि ऊपर से हमारे पास जब भी डेथ वारंट आएगा तो हम शबनम को फांसी दे देंगे. वह कहते हैं कि हमारी तैयारियां पूरी है बस हमें आदेश का इंतजार है,