Delhi-Amritsar-Katra Expressway : दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे के लिए हरियाणा में कार्य शुरू, इन जिलों को जोड़ेगा
The Chopal, Haryana
दिल्ली-अमृतसर-कटरा तक फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य भी शुरू चूका है. बता दें की पहले पैकेज का निर्माण कार्य रोहतक जिले से शुरू किया गया है. जिले झज्जर में जसौर खेड़ी गांव के पास कुंडली मानेसर पलवल (KMP) एक्सप्रेस-वे से कटरा एक्सप्रेस वे शुरू होगा.
हरियाणा के जसौर खेड़ी से लेकर जिले रोहतक की सीमा तक खेतों में पानी ज्यादा भरा होने की कारण से मिट्टी की कमी खल रही है. इस वजह से कुछ दिनों बाद यहां पर मिट्टी भरत का कार्य शुरू होगा. तो अब ऐसे में जीरो प्वाइंट जसौर खेड़ी से भी कुछ दिनों बाद कटरा एक्सप्रेस का निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है.
बता दें की करीब 1 महीने पहले कटरा एक्सप्रेस के दूसरे पैकेज का निर्माण कार्य शुरू हो गया था. केएमपी एक्सप्रेस-वे (KMP Expressway ) से लेकर जिले जींद के गंगाना तक 2 पैकेजों का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट(PIU) सोनीपत की तरफ से करवाया जाएगा.
इस पर लगभग 2 हजार करोड़ की राशि खर्च होगी. वहीं जींद से आगे पंजाब बार्डर तक इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पीआइयू जिला भिवानी की ओर से करवाया जाएगा.
साथ ही एनएचएआई की तरफ से केएमपी (KMP) के जसौर खेड़ी से आगे दिल्ली सीमा में बनने वाले अर्बन एक्सटेंशन रोड तक कटरा एक्सप्रेस वे का विस्तार करने पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. वहीं अगर इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिली व एक्सटेंशन के लिए जमीन मुहैया हुई तो कटरा एक्सप्रेस का जुड़ाव दिल्ली की सीमा के अंदर तक हो जाएगा. दिल्ली के लोग और सरकार भी यहीं चाहती है कि कटरा एक्सप्रेस का जुड़ाव सीधा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से ही हो जाए.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया की और से इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पहले चरण में 12 पैकेजों के अंतर्गत किया जाएगा. केएमपी के जसौर खेड़ी प्वाइंट से लेकर पंजाब के गुरदासपुर तक लगभग 397 किलोमीटर लंबी इस एक्सप्रेस वे पर करीब 12 हजार 915 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च होगी.
हरियाणा प्रदेश में इस एक्सप्रेस-वे की 135Km तो पंजाब में गुरदासपुर तक इसकी लंबाई तक़रीबन 262 किलोमीटर तक रहेगी. वहीं हरियाणा में केएमपी के पास जसौर खेड़ी से लेकर कटरा तक 600KM लंबा यह एक्सप्रेस-वे होगा.
हरियाणा और पंजाब राज्य के गुरदासपुर तक 397 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे पर 21 टोल प्लाजा बनेगें. हरियाणा में इस एक्सप्रेस वे पर 135 किमी के अंतराल में 8 तो 262 किमी पंजाब क्षेत्र में 13 टोल नाके बनाए जाएंगे. यह केएमपी पर हरियाणा के कई जिलों झज्जर जिले के गांव जसौर खेड़ी से सोनीपत, रोहतक, गोहाना, जींद, करनाल, कैथल होता हुआ खनौरी बार्डर से पंजाब राज्य की सीमा में प्रवेश करेगा.
पंजाब के जिले संगरूर से अमृतसर व फिर कटरा तक इसका निर्माण कार्य किया जाएगा. इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने जाने से उत्तर भारत में एक नई और अच्छी औद्योगिक क्रांति आएगी. यह एक्सप्रेस-वे ज्यादातर औद्योगिक क्षेत्रों को एक साथ जोड़ने का काम करेगा, जिससे निवेश और रोजगार बढ़ने का अनुमान हैं.
2 पेकैज से निर्माण
- यह 34 किलोमीटर लंबा होगा. जसौर खेड़ी के पास केएमपी से शुरू होकर जिलों रोहतक-पानीपत एनएच-709 पर गांव रूखी तक बनाया जाएगा. इसके निर्माण कार्य पर 1053.34 करोड़ की राशि खर्च होने का अनुमान है.
- यह 28.800 किमी लम्बाई होगी. गांव रूखी में जिलों रोहतक-पानीपत एनएच-709 से शुरू होकर जींद-पानीपत एनएच-352A पर गांव गंगाना तक बनाया जाएगा. इस हिस्से तक के निर्माण पर 858.41 करोड़ की धनराशि खर्च होने का अनुमान है.
