Haryana Roadways Strike: हरियाणा रोडवेज का इन तारीख को चक्का जाम, यात्रीगण ध्यान दें!

हरियाणा रोडवेज में पहली बार निजीकरण के विरोध में विभाग को बचाने के लिए व अपनी मांगों व अधिकारों की रक्षा के लिए विभाग की 10 यूनियनों की ऐतिहासिक व अभूतपूर्व एकता बनी है।

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Haryana Roadways Strike

The Chopal, Haryana : हरियाणा के रोडवेज कर्मचारियों ने सोमवार और मंगलवार को प्रदेश में चक्का जाम का ऐलान कर दिया है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने केंद्रीय संगठनों के आह्वान पर 28-29 को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल को समर्थन करते हुए यह फैसला लिया है। इतना ही नहीं, मोर्चा नेताओं ने रोडवेज कर्मचारियों व यूनियन कार्यकर्ताओं को भी सचेत करते हुए कहा है कि जो भी इस हड़ताल में शामिल नहीं होगा, उसे यूनियन से बर्खास्त कर दिया जाएगा। 

दूसरी ओर, सरकार कर्मचारियों के चक्का जाम से निपटने की तैयारियों में जुटी है। रोडवेज कर्मचारियों के साथ इस मुद्दे पर सोमवार को वार्ता भी की जा सकती है। साझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश ग्रेवाल, इंद्र सिंह बधाना, दलबीर किरमारा, वीरेंद्र सिगरोहा, सरबत सिंह पूनिया, जयबीर घणघस, विनोद शर्मा, दिनेश हुड्डा, कृष्ण कादियान, रमेश श्योकंद, आजाद सिंह गिल, सुरेंद्र सिंह, विरेंद्र लोहिया, जयभगवान कादियान, प्रताप भनवाला, सुखविंदर बयाना, अमित महाराणा, अजमेर सिंह ने कहा कि वे प्रदेशभर के डिपो का दौरा कर चुके हैं।

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों में हड़ताल को लेकर जोश है और चक्का जाम ऐतिहासिक होगा। साझा मोर्चा की 4 टीमें प्रदेश का दौरा कर हड़ताल की तैयारी पूर्ण कर चुकी है। मोर्चा नेताओं ने कहा, सरकार की कर्मचारी व जनता विरोधी नीतियों के प्रति कर्मचारियों में भारी गुस्सा है।

हरियाणा रोडवेज में पहली बार निजीकरण के विरोध में विभाग को बचाने के लिए व अपनी मांगों व अधिकारों की रक्षा के लिए विभाग की 10 यूनियनों की ऐतिहासिक व अभूतपूर्व एकता बनी है।

उन्होंने कहा कि रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के बैनर तले बनी व्यापक एकता सरकार एवं सरकार की सहायता करने वाले कुछ लोगों को हजम नहीं हो रही है। एक तरफ तो कुछ लोग हड़ताल में शामिल नहीं होने की बात कह रहे हैं, उसी बयान में वही लोग कर्मचारियों की लम्बित मांगें सरकार द्वारा लागू नहीं करने की दुहाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा सरकार द्वारा फूट डालो-राज करो की नीति से कर्मचारी सचेत रहें।