Haryana: सिरसा जिले में माखोसरानी गांव का इतिहास, 300 साल पहले माखो नाम के व्यक्ति ने डाला था डेरा

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Haryana: सिरसा जिले में माखोसरानी गांव का इतिहास, 300 साल पहले माखो नाम के व्यक्ति ने डाला था डेरा

Haryana (Sirsa) Makho Sarani Village History : हरियाणा में सिरसा जिला के पैंतालिसा क्षेत्र का गांव माखोसरानी राजस्थान बॉर्डर के से सटा हुआ है। इस गांव इतिहास का लगभग 300 साल पुराना है। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि लोहारू के पास भडेड़ा गांव से श्योराण गोत्र के माखो नामक व्यक्ति ने यहां डेरा डाला था। गांव का नाम पहले माखोश्योरान पड़ा। बाद में यह माखोसरानी हो गया।

गांव में दो पट्टियां बनीं कान्हा पट्टी और मान पट्टी। बाद में कासनियां, नागल, पुनिया, कुकणा, भाकर, कस्वां, ब्राह्मण, नाई, स्वामी सहित कई जातियों के लोग आकर बसे। मुस्लिम बिरादरी के लोग भी गांव में रहते हैं। गांव माखोसरानी के पहले सरपंच हंसराम नागल बने थे। और अब सुभाष कासनियां ने सरपंच पद संभाला हुआ है।

मंदिर में शिव परिवार और गोरखनाथ का धूणा बना हुआ है। जहां हर माह सप्तमी को धोक लगाई जाती है। भादो मास की सप्तमी को जागरण और भंडारा किया जाता है। पूजा का कार्य शुक्रदास जी करते हैं। गांव में हनुमान मंदिर, रामदेव जी का रामदेवरा, मातारानी का मंदिर, सतीदादी का मंदिर और गोगाजी की गोगामेड़ी इत्यादि धार्मिक स्थल है।

सरपंच सुभाष कासनियां ने बताया कि गांव में लुवास रीजनल सेंटर के लिए 43 करोड़ रुपये की ग्रांट मंजूर हुई है। यह सेंटर 10 एकड़ भूमि पर बनेगा। इस सेंटर के बनने से सिरसा ओर फतेहाबाद जिले के पशुपालकों को फायदा मिलेगा।

पंचायत का लेखा-जोखा

गाँव की जनसंख्या: 3700

जमीन का रकबा - 3750

मतदाता की संख्या : 2500

गाँव की कनेक्टिविटी: सड़क मार्ग

पहचान : रामदेवरा, मंदिर

प्रमुख उत्पादन : गेहूं धान

आमदनी का प्रमुख स्रोत: कृषि