Sirsa News: नरमे की खड़ी फसल नष्ट कर रहे किसान, विधायक ने सरकार से की मुआवजा देने की मांग
TheChopal, Sirsa: सिरसा जिले के नाथूसरी चोपटा क्षेत्र में गंजा रूपाणा और शक्कर मंदोरी गांव के बीच अत्यधिक बारिश से नरमे की फसलों में जल भराव के चलते किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. नरमे की खड़ी फसल में जल भराव के कारण पौधे जलने और ख़राब होने लगे है. जिसकी वजह किसान फसल में रोटावेटर से फसल को नष्ट कर रहें हैं. ताकि धान की बिजाई की जा सके. महंगी खाद, बीज, सिंचाई और बुवाई की लागत का किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है. इसी तरह के हालात क्षेत्र के दर्जन भर गांवों में है. इससे पहले किसानों ने महंगी खाद, बीज सप्रे और सिंचाई की लागत से फसल को तैयार किया. लेकिन जब पकने का समय आया तो जल भराव के कारण फसलें नष्ट होना शुरू हो गई. अब धान बिजाई की तैयारी कर रहे किसानों पर दोहरे खर्च की मार कमर तोड़ रही है.
गांव गंजा रूपाणा के किसान राजकुमार कस्वां के खेत में पानी भरने के चलते नरमे की फसल खराब हो गई. जिसकी वजह से उन्हें अपनी फसल को रोटावेटर के जरिए नष्ट करनी पड़ रही है. क्षेत्र में हुई ज्यादा बारिश किसानों के लिए परेशानी की वजह बन रही है. इसी तरह कई और भी ऐसे किसान हैं जिनकी फसलों में नुकसान हुआ है. क्षेत्र के किसानों की मांग है कि सरकार उनकी सुध ले और मुआवजा राशि जारी कर उन्हें राहत दे.
विधायक ने की मुआवजा की मांग
ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बेनीवाल ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर बारिश के चलते नष्ट हुई फसलों की क्षतिपूर्ति के लिए पोर्टल खोलकर मुआवजा राशि देने की मांग की है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि, 'हल्के ऐलनाबाद में भारी बारिश के बाद जल भराव के कारण शक्कर मंदोरी, शाहपुरिया, रुपाणा गंजा, रुपाणा बिश्नोईयां, तरकांवाली, नाथूसरी, माखोसरानी, चाहरवाला, गुडिया खेड़ा, दड़बा, रुपाणा खुर्द और लुदेसर सहित अन्य कई गांव में नरमा, कपास, मूंगफली, ग्वार, मूंग की फसल लगभग 2200-2300 एकड़ में बिल्कुल नष्ट हो गई है. कई गांव में तो नरमे की फसल को उखाड़ कर किसान धान की बिजाई कर रहे हैं.' विधायक ने क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलकर स्पेशल गिरदावरी करवा कर 30 से 35 हजार रुपए प्रति एकड़ किसानों को मुआवजा देने की मांग की है.
