पंचायत सीट महिला आरक्षित हुई तो बिना मुहूर्त के ही जल्दी से रचाई शादी, देखें पूरा मामला
यूपी में पंचायत चुनाव की तैयारी जोरों पर चल रही हैं और इसको लेकर दावेदार अपनी दावेदारी मजबूत करने के प्रयास में जुटे हैं. पंचायत चुनाव की घोषणा होते ही दावेदारों को काफी तरह की चुनौतीयों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर महिला सीट होने के बाद अविवाहित पुरुषों को खुद की शादी करना भी पड़ रहा है. वहीं यूपी के जिले बलिया के मुरलीछपरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत शिवपुर कर्णछपरा का एक हैरानी कर देने वाला मामला सामने आया है.
मिली जानकारी के मुताबिक आरक्षण में गांव की सरपंच की सीट महिला हुई तो आनन फानन में एक दावेदार ने बिना शुभ मुहर्त का इंतजार किए शादी रचा ली. विकास खंड मुरलीछपरा के ग्राम पंचायत शिवपुर कर्णछपरा निवासी जितेंद्र सिंह हाथी पिछले कई सालों से ग्राम प्रधान पद को लेकर तैयारी में जुटे थे. इन्हें पूरी उम्मीद थी कि इनके पंचायत के मतदाता इस बार इन्हें प्रधान पद के लिए अवश्य चुनेंगे.

इसी बीच जब आरक्षण का निर्धारण किया गया तो इस ग्राम पंचायत का प्रधान पद महिला के लिए आरक्षित घोषित हो गया. लेकिन जितेंद्र सिंह अविवाहित थे तो इनकी मुकिश्लें बढ़ गईं, उनका पूरा दांव ही विफल होने की स्थिति में आ गया. उनके समर्थकों ने उन्हें शादी करने का सुझाव दिया तो वह अचानक तैयार हो गए.
