कृषि कानूनों के विरोध में किसान ने गेहूं की खड़ी फ़सल कर दी नष्ट, जानिए ख़बर
कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहें है और 3 कृषि कानून और फसलों का न्यूतम समर्थन मूल्य न मिलने के विरोध में एक किसान ने रविवार को अपनी छह बीघा गेंहू की फसल पर रोटा वेटर चलाकर नष्ट कर दी, उसने सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप भी लगाया,
जानकारी के मुताबिक मामला खतौली क्षेत्र के गांव भैंसी का है. यहां के योगेंद्र अहलावत पुत्र वेदप्रकाश के पास लगभग 35 बीघा खेती की भूमि है, उसने 6 बीघा जमीन में गेंहू की फसल लगाई हुई है. रविवार की सुबह योगेंद्र ट्रैक्टर व रोटा वेटर लेकर खेत पर पहुंचा और खेत में खड़ी छह बीघा गेंहू की फसल को रोटा वेटर चलाकर नष्ट कर दिया. किसान योगेंद्र का कहना है कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने तीन कृषि कानूनों और न्यूतम समर्थन मूल्य को लेकर फसलों की कुर्बानी देने की बात कहीं थी, इसके बाद टिकैत का ब्यान आया था की यह ठीक नहीं इसका मतलब यह नहीं था की आप फसल खराब कर दो,

किसान ने कहाँ की -सरकार किसानों की समस्या पर ध्यान नहीं दे रहीं है. किसान को लागत के हिसाब से अपनी फसल का भाव नहीं मिल रहा है. किसान बर्बादी के कगार पर है. इसी कारण उसने अपनी फसल को तहस नहस कर दिया.
भारतीय किसान यूनियन के सहारनपुर मंडल महासचिव राजू अहलावत का कहना है कि सरकार की नीतियों से किसान परेशान है. किसान खेतों में खड़ी फसल को बर्बाद करने को मजबूर है. आगामी चुनावों में ध्यान रखा जाएगा,
