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किसान पिता के साथ खेत में की बेटियों ने प्रैक्टिस, अब एक साथ बनी दरोगा

Bihar News : बिहार के लड़के-लड़कियां कई परीक्षाओं में अव्वल नंबर लाकर देश के बड़े पदों की शोभा बढ़ाते रहे हैं. लेकिन, ताजा मामला बिहार के नालंदा जिले से जहां तीन बेटियों ने गेम खेलते-खेलते दारोगा की नौकरी पा ली है. इन दोनों लड़कियों को मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना के तहत दारोगा की नौकरी मिल गयी.
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किसान पिता के साथ खेत में की बेटियों ने प्रैक्टिस, अब एक साथ बनी दरोगा

The Chopal (Bihar News) : बिहार में देखें तो प्रतिभाओं की कोई भी कमी नहीं है. बिहार के लड़के-लड़कियां कई परीक्षाओं में अव्वल नंबर लाकर देश के बड़े पदों की शोभा बढ़ाते रहे हैं. लेकिन, ताजा मामला बिहार के नालंदा जिले से जहां तीन बेटियों ने गेम खेलते-खेलते दारोगा की नौकरी पा ली है. दरअसल ये तीनों बेटियां दारोगा की परीक्षा की तैयारी नहीं कर रही थीं ये तो बस अपने गेम रग्बी फुटबॉल को अपना लक्ष्य बनाकर उसी क्षेत्र में अपना नाम बनाना चाहती थीं. लेकिन, बिहार सरकार की मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना का लाभ इन्हें मिल गया और देखते ही देखते इन बेटियों को सरकारी नौकरी मिल गयी और ये दारोगा बन गईं.

नालंदा जिले के सिलाव प्रखंड के भदारी के निवासी सुजीत कुमार शाही के बेटी श्वेता शाही 2010 से ही रग्बी खेल के प्रति लग्नशील थी और धीरे-धीरे वह एशियाई रग्बी खेल में भाग लेकर सिल्वर व गोल्ड मेडल भी हासिल कर चुकी थीं. इसके अलावा भी उन्होंने कई अन्य रग्बी खेलों में भी भाग लेकर मेडल प्राप्त किया है. इसी बीच बिहार सरकार की मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना के तहत बीते हफ्ते श्वेता शाही को सब इंस्पेक्टर पद की नौकरी मिल गई.

सबसे खास बात यह रही है कि बिहार सरकार की इस योजना का लाभ सिर्फ श्वेता शाही को ही नहीं बल्कि उनकी 2 शिष्यों को मिला. जी हां! श्वेता शाही एशिया रग्बी खेल में पदक हासिल करने के बाद रग्बी खेल के प्रति लोगों को जागृत करने की काम करती रही हैं. वहीं उनकी दो स्टूडेंट धर्मशीला कुमारी उर्फ ब्यूटी व प्रियंका कुमारी नालन्दा स्थित रासविहारी हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान 2018 से ही जिलास्तरीय रग्बी खेल खेलना शुरू कर दिया था. इन दोनों लड़कियों को मेडल लाओ नौकरी पाओ योजना के तहत दारोगा की नौकरी मिल गयी.

जानकारी के अनुसार स्वेता शाही 2019 में चंडीगढ़, 2022 सीनियर जूनियर नेशनल में गोल्ड पदक, 2 इंटरनेशनल उजेविकिस्तान व नेपाल के काठमांडू में एशियन चैंपियनशिप रग्बी खेल में सिल्वर पदक, गुजरात मे नेशनल गेम्स खेल कर ब्राउज पदक हासिल करने में कामयाब रही थी. इस बार 2023 में गोवा में आयोजित नेशनल रग्बी खेल में सिल्वर पदक हासिल की थी. इन तीनों बेटियों की सफलता को देखकर देखकर दूसरे अभिभावक भी अपने बेटे-बेटियों को खेल के प्रति बढ़ावा देने के लिए आगे आ रहे हैं. यही वजह है कि इलाके में खेल के प्रति काफी जागरुकता बढ़ी है. यहां लोगों का कहना है कि अब सिर्फ पढ़ाई से नहीं खेल के प्रति आगे आने के बाद भी नौकरी मिलेगी.

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