चने का सेवन बिना छिलके या फिर छिलके? कैसे आपके सेहत के लिए होगा ज्यादा बेहतर
Health Tips : भुने हुए चने सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं, लेकिन अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि इन्हें छिलके सहित खाया जाए या बिना छिलके? दोनों ही तरीकों से चने खाए जा सकते हैं, लेकिन आपके शरीर के लिए कौन-सा तरीका ज्यादा लाभकारी है

The Chopal : ज्यादातर लोग भुने हुए चने को छिलके सहित या बिना छिलके खाते हैं। अब आप इन्हें दोनों तरीकों से खा सकते हैं, लेकिन आपके लिए किस तरीके से अधिक लाभ होगा? भुने हुए चने का एक स्वस्थ, स्वादिष्ट और बजट फ्रेंडली स्नैक है। ये सदियों से हमारे भारतीय भोजन का एक हिस्सा हैं। इनमें मैग्नेशियम, जिंक और आयरन सहित कई पोषक तत्व हैं, जो शरीर को तुरंत एनर्जी देते हैं। ये स्नैक लगभग हर बीमारी में काम करते हैं, चाहे वेट लॉस हो या डायबिटीज। किंतु लोगों के मन में अक्सर यह प्रश्न उठता रहता है कि छिलके सहित या बिना छिलके के खाना चाहिए। अब आप इन्हें दोनों तरीकों से खा सकते हैं, लेकिन आपके लिए किस तरीके से अधिक लाभ होगा? तो चलिए जानते हैं कि छिलका या बिना छिलका चने खान आपके लिए कितना उपयुक्त है।
ठीक से चने खाने के लाभ
भुने चने का छिलका फाइबर से भरा होता है। ऐसे में, छिलके के साथ खाने से शरीर को फाइबर मिलता है, जो पाचन और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है। ये भी आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं अगर आपको कब्ज की शिकायत रहती है। चने के छिलके खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है और क्रेविंग को नियंत्रित किया जा सकता है। यही कारण है कि छिलके सहित चने खाना मोटापे और मधुमेह के लिए अधिक लाभकारी होता है। ओवरऑल गट सेहत के लिए भी ये बेहतर होता है।
बिना छिलके के चने के लाभ
कुछ लोग चने का छिलका निकालकर खाते हैं। चने का कठोर छिलका अक्सर गले में अटक जाता है। इसके अलावा, बिना छिलके के ये बहुत हल्के दिखते हैं। जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं हैं, वे बिना छिलके के चने खा सकते हैं। दरअसल, फाइबर को पचाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में आप बिना छिलके के चने खा सकते हैं अगर आपको अभी भी एसिडिटी, गैस या ब्लोटिंग होती है।
चने को छिलका या बिना छिलका कैसे खाना चाहिए?
आप छिलका निकालकर चने खा सकते हैं या पूरे चने को खा सकते हैं। छिलके में प्रोटीन, मिनरल या अन्य पोषक तत्वों की मात्रा में कोई खास अंतर नहीं है। लेकिन हर शरीर अलग है, और जो भी आपकी बॉडी को सूट करे, वही सही है। यही कारण है कि अपनी स्वास्थ्य स्थिति को देखकर आपको क्या सूट लगता है।