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Karwa Chauth 2024 Puja Vidhi: करवा चौथ आज के लिए 3 शुभ मुहूर्त, पूजा के लिए पूरा टाइम टेबल

Karwa Chauth 2024 Puja Vidhi:20 अक्टूबर रविवार को करवा चौथ दिन है। आज तीन सौभाग्यपूर्ण संयोग बन रहे हैं। सुबह में आसमान में भद्रा है। सूर्योदय पूर्व में सुहागन महिलाओं ने सरगी खाकर निर्जला व्रत रखा है। तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से पूजन विधि, मुहूर्त, मंत्र, शुभ संयोग, पूजन सामग्री और चांद निकलने का समय जानें।

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Karwa Chauth 2024 Puja Vidhi: करवा चौथ आज के लिए 3 शुभ मुहूर्त, पूजा के लिए पूरा टाइम टेबल 

The Chopal, Karwa Chauth 2024 Puja Vidhi: 20 अक्टूबर रविवार को, पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य का व्रत करवा चौथ है। करवा चौथ पर इस वर्ष तीन शुभ संयोग बन रहे हैं। सुबह में स्वर्ग की भद्रा है, लेकिन व्रत पर कोई नुकसान नहीं होगा। आज सुहागन महिलाओं ने सूर्योदय पूर्व में सरगी खाकर निर्जला व्रत रखा है। पूरे दिन अन्न, फल और जल त्याग करके निराहार भोजन करेंगे। आज शाम को करवा चौथ की पूजा करने के लिए सिर्फ सवा घंटे का शुभ मुहूर्त है। उस समय करवा माता, भगवान शिव, उनके पुत्र कार्तिकेय और करवा माता की पूजा की जाएगी। चंद्रमा को अर्घ्य देकर पारण करके व्रत पूरा होगा। तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से पूजन विधि, मुहूर्त, मंत्र, शुभ संयोग, पूजन सामग्री और चांद निकलने का समय जानें।

करवा चौथ 2024 के मुहूर्त और शुभ संयोग: 

रोहिणी में चंद्रमा, बुधादित्य योग और गजकेसरी योग है। कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत किया जाता है।

कार्तिक कृष्ण चतुर्थी: 

  • आज, रविवार, सुबह 6:46 बजे से
  • कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि की समाप्ति: कल, सोमवार, तड़के 4:16 बजे
  • करवा चौथ पूजा का मुहूर्त: आज, शाम 5 बजकर 46 मिनट से 7 बजकर 2 मिनट तक
  • ब्रह्म मुहूर्त: 04:44 AM से 05:35 AM तक
  • अभिजीत मुहूर्त: 11:43 AM से 12:28 PM तक

2024 के करवा चौथ को शाम 7 बजकर 54 मिनट पर चांद निकलेगा। नई दिल्ली आज देश की राजधानी है। आपके शहर में इससे कुछ पहले या बाद में सूर्योदय हो सकता है।

2024 का करवा चौथ पूजा सामग्री: 

करवा माता, गणेश, शिव और कार्तिकेय की मूर्ति या चित्र, मिट्टी का करवा, एक ढक्कन, एक थाली, माता के लिए चुनरी, गणेश, शिव और कार्तिकेय के लिए नए कपड़े, करवा चौथ व्रत कथा और आरती की एक पुस्तक, चांद देखने के लिए एक छलनी, लकड़ी की चौकी, सोलह श्रृंगार की सामग्री, एक कलश,

  • करवा चौथ 2024 के लिए गणेश पूजन मंत्र: विशाल वक्रतुण्ड सूर्यकोटि समप्रभ। सर्वकार्येषु सर्वदा निर्विघ्नं कुरु मे देव॥
  • कार्तिकेय पूजन का मंत्र है ॐ षडमुखाय विद्महे मयूर वाहनाय धीमहि तन्नो कार्तिक प्रचोदयात।
  • पूजन मंत्र: देहि सौभाग्य आरोग्यं देहि मे परम् सुखम्॥ सन्तान देहि धन देहि सर्वकामांश्च देहि मे।

चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते मंत्र है।

गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेश प्रतिरूपक॥

1. करवा चौथ की विधि व्रती को करवा चौथ की पूजा से पहले 16 श्रृंगार करके तैयार होना चाहिए। फिर पूजा स्थान पर पीली मिट्टी से करवा माता, गणेश, शिव और कार्तिकेय की मूर्ति बनाएं। चंद्रमा भी बनाओ। लकड़ी की चौकी पर उनको रखें।

2. गणेशजी की पूजा सबसे पहले करें। उसके बाद शिव, कार्तिकेय और माता पार्वती की पूजा करें। गणेश को अक्षत्, हल्दी, दूर्वा, सिंदूर, मोदक, धूप, दीप, फूल, नैवेद्य आदि अर्पित करें।

3. फिर माता गौरी को सोलह श्रृंगार सामग्री, लाल चुनरी, अक्षत, सिंदूर, लाल फूल, धूप, दीप, नैवेद्य आदि चढ़ाएं। उन्हें पूड़ियों की अठावरी, करवा और अन्य साधनों से भी पूजें।

4। अब आप अक्षत, बेलपत्र, चंदन, धूप, दीप, फूल, फल, शहद आदि शिवजी को अर्पित करें। भी भगवान कार्तिकेय को अक्षत, फूल, फल, धूप, दीप और नैवेद्य से पूजें। तब करवा चौथ व्रतकथा सुनें। गणेश जी और माता पार्वती की आरती करें।

5। पूजा के बाद माता पार्वती और शिव से अखंड सौभाग्य, सुखी वैवाहिक जीवन और पति की लंबी आयु की प्रार्थना करें। फिर अपनी माँ के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लें। उनको प्रसाद और सुहाग सामग्री भेंट करें।

शाम को चांद निकलने पर चंद्रमा की पूजा करें। चांद को छलनी से देखते हुए अर्घ्य दें। अर्घ्य करने के लिए एक लोटे में कच्चा दूध, अक्षत्, चीनी, सफेद चंदन, सफेद फूल और अन्य सामग्री डालें। इस दौरान मंत्र पढ़ें भी। फिर अपने पति से जल लेकर कुछ मिठा खाकर पारण करें।

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