Parenting Tips: जिंदगी और सफलता में नहीं अटकेगा आपका बेटा-बेटी, माता-पिता आजमाएं ये टिप्स
Parenting Tips : बच्चों को कैसे सही सीख दें, उन्हें कैसे समझाएं ये सवाल हर माता-पिता के दिमाग में होता है। तो चलिए आज आपको कुछ ऐसे पेरेंटिंग टिप्स देते हैं, जिसके जरिए बिना चीखे-चिल्लाए आप अपने बच्चों को सही सीख दे सकते हैं।

Parenting Tips in Hindi : बच्चों को पालना कोई आसान काम नहीं है। बच्चे चाहे छोटे हों या बड़े, पेरेंट्स से इनकी तरह-तरह की उम्मीदें होती हैं। खाने से लेकर खिलौने स्पोर्ट्स पढ़ाई हर मामले में बच्चों की पसंद-नापसंद का ख्याल रखना इनकी सेहत का ख्याल रखना जैसी कई बातों का ना सिर्फ ध्यान रखना पड़ता है, बल्कि कोई बात गलत तरीके से इन्हें प्रभावित ना करे, इस बात का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है। तभी तो कहा जाता है कि बच्चों को पालना इस दुनिया का सबसे कठिन और ऐसा काम है, जिसके लिए ना तो कभी पुरस्कार मिलता है और ना ही तारीफें।
किसी पॉइंट पर आकर गलत काम कर जाना, कुछ गलत बोलना, बच्चों में ये कोई नई बात नहीं है। लेकिन, आप इन बातों को कैसे हेंडल करते हैं और बच्चों को कैसे सही दिशा की ओर मोड़ते हैं, यही गुड पैरेंटिंग की निशानी होती है। बच्चों को कैसे सही सीख दें, उन्हें कैसे समझाएं ये सवाल हर माता-पिता के दिमाग में होता है। तो चलिए आज आपको कुछ ऐसे पेरेंटिंग टिप्स देते हैं, जिसके जरिए बिना चीखे-चिल्लाए आप अपने बच्चों को सही सीख दे सकते हैं।
बच्चों को समझाएं और उन्हें सही दिशा दें
हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनका बच्चा अपने करियर में सफल हो, हर उस काम में सफल हो जिसे उसने अपने हाथ में लिया है। लेकिन, सफलता या असफलता के लिए बच्चा अकेले जिम्मेदार नहीं होता। क्योंकि, माता-पिता ही बच्चों के पहले गुरु कहे जाते हैं, ऐसे में आप ही हैं जो उन्हें सही दिशा दे सकते हैं। बच्चों को डांट कर या चिल्लाकर नहीं प्यार से समझाएं।
बच्चों को प्यार दें और उनकी देखभाल करें
कई बार पेरेंट्स अपने काम में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि अपने बच्चों को यह दिखाना या जताना भूल ही जाते हैं कि वह उन्हें कितना प्यार करते हैं। उनके बिना उन्हें कैसा महसूस होता है। बच्चों से बात करें और उन्हें अपना प्यार देना, उनकी देखभाल करना ना भूलें। इससे बच्चे और आपके बीच का बंधन मजबूत होता है।
अपनी गलतियों के लिए माफी मांगें
सिर्फ बच्चे ही नहीं, बड़ों को भी अपनी गलती की माफी मांगना जरूरी है। अगर माता-पिता बच्चे के सामने अपनी गलतियां स्वीकार करना नहीं शुरू करेंगे, बच्चे भी अपनी गलतियां मानना बंद कर देंगे। इसलिए अगर आपकी गलती हैं, तो माफी मांगें।
अनुशासन सिखाएं
अनुशासन जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है। सिर्फ बड़ों के लिए ही नहीं, बच्चों के लिए भी यह बेहद जरूरी है। ऐसे में यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप अपने बच्चे की सही परवरिश कर रहे हैं उन्हें अनुशासन जरूर सिखाएं। अपने काम, खाना, अच्छे से बात करना सिखाएं।
बच्चों के साथ असभ्य, व्यंग्यात्मक ना हों
गलती करने पर बच्चों को प्यार से समझाएं। उन पर चिल्लाकर, गाली देकर या व्यंग्य कसके आप उन्हें अपमानित महसूस करा सकते हैं, जिससे आपको बचना चाहिए। यह बच्चों के मस्तिष्क और मन को प्रभावित कर सकता है। बच्चों को नीचा दिखाकर समझाना सही तरीका नहीं है। उन्हें प्यार और केयर के साथ बातें सिखाएं