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Relogion News: भगवत गीता से सीखे जीवन जीने की कला, गीता पर नहीं है विशेष धर्म का अधिकार

Bhagavad Gita Slokas : भगवत गीता को हिंदी धार्मिक ग्रंथो में एक विशेष ग्रंथ माना जाता है। मैट्रिक ग्रंथ नहीं है बल्कि हजारों साल पहले लिखे गए उपदेश हैं जो मनुष्य को जीवन जीने की कला सिखाते हैं। जिंदगी के हर कदम पर उसका मार्गदर्शन भी करते हैं। पढ़ें पूरी खबर

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Relogion News: भगवत गीता से सीखे जीवन जीने की कला, गीता पर नहीं है विशेष धर्म का अधिकार

Bhagavad Gita Slokas : गीता पर किसी एक धर्म विशेष का अधिकार नहीं है। गीता सभी धर्म व संप्रदायों के लिए उपयोगी व महत्व रखती है। गीता मात्र एक ग्रंथ नहीं है, गीता जीवन जीने की कला है। यह कहना है गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज का, जोकि रविवार को जीओ गीता परिवार द्वारा सेक्टर-27 सी स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में सत्संग कर रहे थे। इससे पहले बड़ी संख्या में लोगों ने सामूहिक गीता पाठ किया। इसके बाद भाव रसिका सीमा ने अपनी दिव्यवाणी भजन गाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। 

कार्यक्रम के अंत में श्री सनातन धर्म मंदिर सभा 27 की ओर से लगाए गए लंगर में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। जीओ गीता परिवार के अध्यक्ष संदीप चुग ने कार्यक्रम में शिरकत करने वाले लोगों, स्वागत समिति के सदस्यों और कार्यक्रम में सहयोगी संगों का सफल आयोजन केलए धन्यवाद किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वंयसेवक के वरिष्ठ प्रचारक प्रेम गोयल विशेष अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। आचार्य स्वामी राजेश्वरानंद और संत बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर भी उपस्थित रहें और कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

गीता के संग जुड़ने का आह्वान किया

महाराज ने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में जीवन मूल्यों का सही मार्गदर्शक है। गीता सभी समस्याओं का हल है। इसलिए हर किसी को गीता का अध्ययन करना चाहिए, संतवाणी से इसका श्रवण करना चाहिए। अधिक से अधिक लोगों को विशेषकर युवाओं को देश हित व धर्म हित में गीता के संग जुड़ने का आह्वान किया।