Sawan Diet Alert: सेहत के लिए सावन में ये सब्जियां होगी नुकसानदायक साबित, रखें दूरी
Monsoon Vegetables: आज से सावन के पावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. धार्मिक लिहाज से सावन का महीना काफी पवित्र माना जाता है. सावन के महीने में बरसात के साथ आपको अपने पाचन तंत्र का खास ध्यान रखना अति महत्वपूर्ण हो जाता है. सावन का महीना पवित्र होने के साथ-साथ आपकी सेहत के लिए काफी चैलेंजिंग होता है.
Harmful Monsoon Foods: सावन का महीना धार्मिक रूप से बहुत पवित्र माना जाता है (शिव पूजा, व्रत, जलाभिषेक आदि), लेकिन स्वास्थ्य को लेकर इस महीने में सावधान रहना चाहिए। धार्मिक रूप से सावन का महीना बहुत पवित्र है, लेकिन स्वास्थ्य के लिए यह काफी मुश्किल होता है। वर्षा और उमस के दौरान वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, इस समय शरीर की अग्नि, या डाइजेस्टिव फायर, धीमी हो जाती है, जिससे खाना पचाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में गलत सब्जियों का सेवन करने से गैस, अपच, एसिडिटी और संक्रमण जैसी बीमारियां बढ़ सकती हैं। आपको पांच सब्जियों के बारे में बता रहे हैं, जो सावन में आपकी सेहत को खराब कर सकती हैं।
सावन के महीने में शरीर का पाचन तंत्र कमजोर होता है, इसलिए कुछ सब्जियां जैसे भिंडी, बैंगन, फूलगोभी और कटहल आपकी सेहत को खराब कर सकती हैं। इन सब्जियों से अपच, एलर्जी और संक्रमण हो सकते हैं।
इन पांच सब्जियों को सावन में नहीं खाना चाहिए (5 सब्जियों को सावन में नहीं खाना चाहिए)
बैंगन
सावनों को बैंगन नहीं खाना चाहिए। आयुर्वेद में इसे तामसी सब्जी कहा जाता है, क्योंकि यह पाचन को रोकता है। सावन के महीने में बहुत से लोग व्रत या धार्मिक अनुष्ठान करते हैं, जिनमें बैंगन खाना मना है। बैंगन में मौजूद कुछ पदार्थ अपच, एलर्जी और स्किन इरिटेशन को जन्म दे सकते हैं। इस सब्जी को खासतौर पर बारिश में नहीं खाना चाहिए।
फूल और पत्तागोभी
बारिश के मौसम में कीड़े और बैक्टीरिया फूलगोभी और पत्तागोभी में पनपने की अधिक संभावना होती है। इन सब्जियों की बनावट ऐसी है कि उन्हें पूरी तरह साफ करना मुश्किल है। पेट में इन्फेक्शन और खाना पॉइजनिंग हो सकता है अगर ये ठीक से नहीं धोए जाते। ये सब्जियां गैस और ब्लोटिंग भी बढ़ाती हैं।
कटहल
कटहल स्वादिष्ट और भारी सब्जी है। इसकी गर्म तासीर, सावन जैसे उमस भरे मौसम में शरीर का तापमान और अस्थिर कर सकती है। कटहल को पचाना मुश्किल होता है, जिससे पेट भारी होता है, गैस बनता है या इसके सेवन से एसिडिटी हो सकती है। यह खासतौर पर कब्ज या लिवर रोगियों को नहीं खाना चाहिए।
भिंडी
यद्यपि भिंडी यानी ओकरा आमतौर पर सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है, इसकी चिपचिपाहट बरसात में पाचन क्रिया को धीमा कर सकती है। इसके अंदर मौजूद लेसदार तत्व आंतों को बंद कर सकते हैं, जिससे गैस, अपच और सूजन हो सकते हैं।जिन लोगों का पाचन कमजोर है, उन्हें भिंडी से परहेज करना चाहिए.
टमाटर
सावन में कई लोग टमाटर का खूब इस्तेमाल करते हैं, लेकिन कच्चे या अधपके टमाटर इस समय खतरनाक हो सकते हैं। इनमें सोलैनिन है, जो गैस और एसिडिटी बढ़ा सकता है। टमाटर की ठंडी तासीर बरसात में कफ दोष को बढ़ा सकती है। टमाटर को हमेशा अच्छे से पका कर खाएं।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचना पर आधारित हैं। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
