कपास की आवक ने तोड़ा रिकॉर्ड, मंडी में पहुंचे हजारों वाहन
Cotton price : खरगोन कपास मंडी में अब तक की सबसे ज्यादा आवक रही। जो पिछले साढ़े चार साल का उच्चतम स्तर है। किसानों को कपास का भाव भी इन दिनों अधिक मिल रहा है।

Khargone Cotton price : मध्य प्रदेश में खरगोन को सफेद सोना यानी कपास का सबसे बड़ा उत्पादक जिला माना जाता है। यहां लगभग ढाई लाख हेक्टेयर में बीटी कॉटन की खेती की जाती है। साथ ही निमाड़ की सबसे बड़ी कपास मंडी भी खरगोन में ही है। गर्मी से ही किसान खेतों में कपास लगा देते हैं, ताकि इस समय तक उपज तैयार हो जाएं। जिन किसानों की उपज तैयार है, वे मंडी में नीलामी के लिए पहुंच रहे हैं।
गणेशोत्सव से नीलामी शुरू हो चुकी है। हर दिन उपज की आवक में बढ़ोतरी हो रही है। खरगोन कपास मंडी में अब तक की सबसे ज्यादा आवक रही। सोमवार को 17000 क्विंटल कपास बेचने किसान मंडी पहुंचे। बीते एक पखवाड़े से मौसम साफ रहने से कपास की क्वालिटी में सुधार आया है और नमी भी कम हुई है। इसके चलते किसानों भाव भी अच्छे मिल रहे है।
मंडी में पहुंची रिकॉर्ड कपास
इस दौरान किसान 1050 वाहनों और 76 बैलगाड़ियों से कपास लेकर मंडी पहुंचे। सोमवार शाम तक 1050 वाहनों के अतिरिक्त 300 से अधिक वाहन और मंडी में पहुंचे। इन वाहनों को मंगलवार की नीलामी में शामिल किया जाएगा।
इस तरह रही आवक
कपास मंडी में गत सप्ताह से लगातार बेहतर आवकें चल रही हैं। गत 30 सितंबर को 7000 क्विंटल, 1 अक्टूबर को 10700 क्विंटल, 3 अक्टूबर 13700 क्विंटल, 4 अक्टूबर को 10000 क्विंटल, 5 अक्टूबर को 8500 क्विंटल और आज सोमवार को 17000 क्विंटल कपास के रिकॉर्ड आवक हुई।
पिछले 4 वर्ष की सबसे अधिक आवक
सोमवार को 17000 क्विंटल की आवक पिछले साढ़े 4 वर्ष की 1 दिन की सबसे अधिक आवक है। 27 फरवरी 2020 को 19590 क्विंटल, 1 मई 2023 को 16553 क्विंटल, 15 दिसंबर 2023 को 15085 क्विंटल और 6 नवंबर 2023 को 13796 क्विंटल कपास की आवक थी।
ये चल रहा भाव
बीते एक पखवाड़े से मौसम साफ रहने से कपास की क्वालिटी में सुधार आया है और नमी भी कम हुई है। इसके चलते किसानों को न्यूनतम 3500 से लेकर अधिकतम 7255 रुपए प्रति क्विंटल और मॉडल भाव ₹6000 प्रति क्विंटल मिला है। सीसीआई सूत्रों के अनुसार फिलहाल उन्होंने कपास की खरीदी नहीं शुरू की है। सीसीआई कम नमी का कपास खरीदती है और बेहतर दाम देती है। इसलिये इसके कपास खरीदी शुरू करने पर और अधिक आवक की संभावना है।
रकबा कम, उत्पादन बेहतर
मध्य प्रदेश कॉटन एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष कैलाश खंडेलवाल ने बताया कि इस वर्ष कॉटन का रकबा कम होने के बावजूद उत्पादन बेहतर है। आगे आने वाले समय में भी आवक अच्छी रहने की संभावना है। जिससे किसानों को अच्छे भाव मिलेंगे। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के चलते इस वर्ष कपास के भाव तेज बने रहेंगे।