ठंड के मौसम में करें इस सब्जी की खेती, धन से कर देगी मालामाल
Farming Tips : किसान भाई अन्य फसलों के मुकाबले अच्छा मुनाफा लेना चाहते हैं तो करेले की खेती कर सकते है। ये एक ऐसी सब्जी है जिसकी डिमांड बाजारों में हमेशा बनी रहती है। ये अच्छे रेट में बिकती है और इसकी खेती से किसान लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं।
Agriclture News : किसान अगर सीजन के मुताबिक इस सब्जी की खेती करते है तो इससे बहुत शानदार कमाई कर सकते हैं क्योकि इस सब्जी की डिमांड बाजार में बहुत होती है। इसकी खेती करने से एक फसल पर लाखों रुपए की कमाई हो सकती है। करेले की अगेती खेती करने के लिए जनवरी व फरवरी में इसकी बुवाई कर अधिक पैदावार के साथ अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
कृषि उपनिदेशक श्रवण कुमार ने बताया कि हमारे यहां वैसे तो सब्जियों की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। वहीं किसान अगर सीजन के मुताबिक पर करेले की खेती जनवरी और फरवरी माह में करना चाहते हैं तो इसकी कुछ उन्नत किस्में हैं जिनकी खेती कर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं।
हिसार सलेक्शन करेले की एक किस्म है जिसे अधिकतर उत्तर भारत में उगाया जाता हैं। हिसार सलेक्शन करेले की किस्म को पंजाब-हरियाणा में अधिक पसंद किया जाता है। पंजाब हरियाणा के अधिकतर किसान करेले की खेती के लिए इस किस्म का ही प्रयोग करते हैं। इसके पौधे कम फैलाव वाले होते हैं, जो एक एकड़ के खेत से 40 क्विंटल की पैदावार देते हैं।
पंजाब करेला किस्म अपने लंबे आकार के लिए प्रसिद्ध है। इस किस्म की फसल लंबी, पतली और सुर्ख हरे रंग की होती है। इसकी पहली तुड़ाई बुवाई के लगभग 66 दिन बाद की जा सकती है। प्रत्येक फल लगभग 50 ग्राम का होता है। इस किस्म से प्रति एकड़ औसतन 50 क्विंटल उपज पायी जा सकती है।
अर्का हरित करेला की किस्म के फल मध्यम आकार के होते हैं। हालांकि, अन्य किस्मों की तुलना में अर्का हरित करेले कम कड़वे होते हैं। वहीं इस किस्म के फलों में बीज भी कम होते हैं। इसकी खेती किसी भी मौसम में आसानी से की जा सकती है। इससे प्रति एकड़ लगभग 36 से 48 क्विंटल तक पैदावार पायी जा सकती है।
पूसा विशेष करेले की किस्म की खेती उत्तर भारत में जनवरी फरवरी से जून माह तक होती है। वहीं इस किस्म के फल मोटे और गहरे चमकीले हरे रंग के होते हैं। अगर बात करें इसके उत्पादन की तो इस किस्म से प्रति एकड़ 60 क्विंटल तक पैदावार पायी जा सकती है।