Delhi वासियों को 35 रुपए किलो मिलेगा प्याज, रसोई बजट में आएगी गिरावट
Onion Price : पिछले कई दिनों से प्याज की कीमतों ने आम आदमी की रसोई का बजट बिगाड़ रखा है. प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी ने आम जनता को रुला के रख दिया है. इस महंगाई की मार के बीच लोगों को बड़ी राहत मिली है. आम जनता 35 रूपए किलो प्याज खरीद सकती है।
Delhi News : प्याज की बढ़ती कीमतों में रसोई के बजट को बिगाड़ के रख दिया है. प्याज रसोई का अहम हिस्सा है. दिल्ली सरकार की तरफ से अब बड़ा फैसला लेते हुए लोगों को राहत दी गई है. दिल्ली सरकार ने 35 रूपए किलो प्याज बेचने का बड़ा फैसला लिया है. सरकार की तरफ से एनसीआर में 35 रूपए किलो की दर से ब्याज बेचना शुरू भी कर दिया है.
प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने प्रयास
देश में प्याज का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है. लेकिन फिर भी प्याज की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। प्याज की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जमाखोरी की वजह से हो रही है. प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने एनसीआर में 35 रूपए किलो की दर से ब्याज बेचना शुरू किया है. प्याज जमाखोरों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए यह निर्णय लिया गया है. इस महीने की तीसरी सप्ताह तक लोगों को प्याज की बढ़ती कीमत से राहत मिलेगी. संभावना है कि देशभर में सस्ती दर पर प्याज लोगों को मिलने लगेगा.
महंगाई की मार से थोड़ी बहुत राहत मिलेगी
सरकारी एजेंसियों की तरफ से ब्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए बड़ा प्रयास किया जा रहा है. बता दे की अन्य सहकारी समितियां और बड़ी खुदरा चरणों के साथ सरकारी एजेंसियां करार करने के लिए निरंतर विचार विमर्श कर रही है. प्याज का बफर स्टॉक 4.70 लाख टन है. सस्ती दर पर प्याज बेचने वाली वैन को उपभोक्ता खाद एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रहलाद जोशी की तरफ से हरी झंडी दिखाई गई. सरकार के इस कदम के बाद आम जनता को महंगाई की मार से थोड़ी बहुत राहत मिलेगी.
व्यापारियों के पास 38 लाख टन प्याज का भंडारण
सरकार ने 38 लाख टन प्याज अभी भी किसानों और व्यापारियों के पास रखा है। अगली खेती के बारे में सरकार भी आश्वस्त है। अगस्त तक खरीफ बुवाई क्षेत्र में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 102 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कृषि विभाग ने बताया कि अब तक 2.90 लाख हेक्टेयर में खरीफ प्याज की बुवाई हुई है, जो पिछले वर्ष 1.94 लाख हेक्टेयर में हुई थी।
प्रल्हाद जोशी ने कहा कि सरकार को खाद्य पदार्थों की कीमतों को नियंत्रित करना चाहिए। गत वर्ष तीन लाख टन प्याज का बफर स्टाक था, लेकिन इस वर्ष 4.7 लाख टन है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसानों से प्याज पिछली बार खरीदा गया था। उनके खातों में भुगतान किया गया था। इस रबी सीजन में प्याज खरीदने में भी सुधार हुआ है। पिछले वर्ष प्याज की खरीद 693 से 1,205 रुपये प्रति क्विंटल थी, लेकिन इस बार 1,230 से 2,578 रुपये प्रति क्विंटल है।