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Jeera Bhav: एकदम 21 हजार लुढ़का जीरा, जानें ताजा मंडी अपडेट

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 एकदम 21 हजार लुढ़का जीरा

THE CHOPAL - आप सभी किसान भाइयों को पता होगा की पिछले दिनों 61 हजार रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच कर सुर्खियां बटोर कर हीरे की तरह चमकने वाला जीरा अब औंधेमुंह गिरा भी है। आपको बता दे की 61 हजार रुपये से लुढ़क कर जीरा अब 40 हजार से भी नीचे आ गया है। आपको बता दे की बीते 12 अप्रैल को देश की कई मंडियों में जीरे का भाव 61 हजार पर पहुंच भी गया था। हलांकि, एनसीडीईएक्स पर सुबह लुढ़कने के बाद जीरा दोपहर तक संभल भी गया। आपको बता दे की जीरा का 20 जून का वायदा रेट  40185 पर आ गया था।

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एनसीडीईएक्स -

आज एनसीडीईएक्स जीरा वायदा आज उम्मीद के अनुरूप तेजी से गिरा, जबकि पिछले 2 माह में इसमें जबरदस्त उछाल भी देखी गई थी। आपको बता दे की बाजार आज कुछ कमजोरी या मुनाफावसूली का अनुभव भी कर रहा है ,क्योंकि जीरे की कीमतें आज 39500 से भी नीचे गिर गईं। जीरा वायदा में गिरावट का एक कारण की बात करें तो कीमतों के नई ऊंचाई पर पहुंचने के साथ ट्रेडर्स नई पोजीशन लेने के बारे में सतर्क हैं, जो बिकवाली के दबाव को बढ़ा रहा है।

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जीरा वायदा में गिरावट की दूसरी वजह यह है कि चीन में आने वाली छुट्टी। भारतीय मसालों के सबसे बड़े खरीदारों में से एक चीन से इस छुट्टी की वजह से मांग को रोकने की आशंका है। मांग में किसी भी कमी से कीमतों में गिरावट का रुख हो सकता है। केडिया कमोडिटिज के प्रेसीडेंट अजय केडिया ने बताया कि 42000 से नीचे जीरा की कीमतें किसी भी नई तेजी से पहले 38000-38200 के पास सपोर्ट हासिल कर सकती हैं। यह इंगित करता है कि निकट अवधि में कीमतों में गिरावट का दबाव जारी रह सकता है। भारत दुनिया में जीरा का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है। फसल की उपज के नुकसान के साथ, सप्लाई डाऊन रहने की उम्मीद है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारतीय मसालों की बढ़ती मांग से लंबी अवधि में कीमतों को सपोर्ट मिलने की संभावना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले हफ्तों में बाजार कैसे चलता होता है?