सरसों की खेती से करें शानदार कमाई, इस किस्म की बिजाई पर सरकार दे रही सब्सिडी
Mustard Farming Tips : रबी सीजन की शुरुआत के साथ किसान सरसों की बुवाई करते हैं। कृषि विशेषज्ञ शिव शंकर वर्मा ने उन्नत किस्मों जैसे वरुणा, गिरिराज और पूसा गोल्ड की सलाह दी है। राजकीय कृषि केंद्र से किसान 50% अनुदानित बीज प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उन्हें अच्छी पैदावार और मुनाफा मिल सके।
Mustard Seed Varieties : धान की कटाई के साथ ही रबी की फसल बुवाई का सीजन शुरू हो गया है। गेहूं की फसल इस सीजन की मुख्य फसल मानी जाती है। लेकिन इसके साथ ही किसान मटर, चना, सरसों की भी बुवाई करते हैं। परंतु सरसों की खेती करने वाले किसानों को उन्नत किस्म के बीज की जानकारी न होने के कारण उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है। इसीलिए जरूरी है कि किस सरसों की बुवाई करने से पहले उन्नत किस्म के बीज का चयन करें। जिससे उन्हें अच्छी पैदावार के साथ अधिक मुनाफा मिल सके। तो आइए कृषि विशेषज्ञ से जानते हैं सरसों की उन्नत किस्में कौन सी हैं।
उन्नत किस्में और खेती के लाभ क्या हैं?
कृषि के क्षेत्र में लगभग 10 वर्षों का अनुभव रखने वाले रायबरेली जिले के राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के प्रभारी अधिकारी कृषि शिव शंकर वर्मा (बीएससी एजी डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद) बताते हैं कि रबी के सीजन में गेहूं की बुवाई के साथ ही किसान सरसों की बुवाई भी बड़े पैमाने पर करते हैं। सरसों की बुवाई करने वाले किसान सरसों के उन्नत किस्म के बीज का ही चयन के साथ ही खेत भी अच्छी तरह से तैयार करें जिससे उन्हें अच्छी पैदावार मिल सके वह बताते हैं कि सरसों की खेती के लिए खेत की गहरी जुताई बेहद जरूरी है।
इससे मिट्टी भुरभुरी हो जाती होने के साथ पानी के धारण की क्षमता बढ़ जाती है। जिससे सिंचाई करने पर खेत में अधिक समय तक नमी बनी रहती है। साथ ही किसान ध्यान दें कि सरसों की फसल में जल जमाव न होने पाए। क्योंकि जल जमाव होने पर सरसों की जड़े गलने लगती है। जिससे फसल खराब हो सकती है। फसल की अच्छी पैदावार के लिए किसान खेतों में उर्वरक के साथ ही गोबर की खाद का भी उपयोग करें जिससे पौधों को उचित मात्रा में पोषक तत्व मिल सके।
बुवाई के लिए इन किस्मों का करें चयन
शिव शंकर वर्मा बताते हैं कि सरसों की खेती करने वाले किसान सरसों की ये किस्में (वरुणा,गिरिराज,पूसा गोल्ड, पीएम 32, आर एच 749,माया,पूसा जय किसान) उन्नत किस्म की सरसों की प्रजातियां मानी जाती है जो कम समय में तैयार होकर अच्छी पैदावार देती हैं।
यहां मिलेगा सरसों का अनुदानित बीज
शिव शंकर वर्मा बताते हैं कि जो भी किसान सरसों की बुवाई करना चाह रहे हैं। वह राजकीय कृषि केंद्र से 50% अनुदान पर सरसों की बीज प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही राजकीय कृषि केंद्र पर सरसों की मिनी किट यानी की 2 किलोग्राम सरसों का बीज किसानों को निशुल्क रूप से वितरित किया जा रहा है। इसके लिए किसान को अपने साथ कुछ जरूरी कागजात आधार कार्ड, खतौनी एवं किसान पावती की छाया प्रति लेकर आना होगा। यह प्रक्रिया पूर्णतया बायोमेट्रिक है एवं जो भी किसान इसके पूर्व में यहां से निशुल्क बीज प्राप्त कर चुके हैं। उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा।