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त्यौहारों पर सरसों तेल और रिफाइन ने आम आदमी को दिया जोर का झटका

Cooking Oil : देश में अक्टूबर महीने की शुरुआत में ही त्योहारी सीजन शुरू हुआ है। इस फेस्टिवल सीजन पर आम आदमी को राहत की जगह झटका लगा है। इस महंगाई के दौर में आम आदमी की रसोई का बजट बिगड़ने वाला है। 

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त्यौहारों पर सरसों तेल और रिफाइन ने आम आदमी को दिया जोर का झटका

UP News : देश में फेस्टिवल सीजन की शुरुआत हो चुकी है। इस महीने में देश में दुर्गा पूजा, दिवाली, छठ पूजा जैसे बड़े त्यौहार पड़ते हैं। आम आदमी को तो पहले ही रसोई का बजट सुधारने में बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था। सरकार के फैसले के बाद उनकी जेब पर और ज्यादा असर पड़ने वाला है।

खाद्य तेल की सीमा बढ़ा दी

आम आदमी को त्योहारी सीजन में भारी झटका लगा है। केंद्रीय सरकार ने खाद्य तेल की सीमा बढ़ा दी है। जिससे खाद्य तेल की कीमतें 10 से 15 प्रतिशत प्रति लीटर बढ़ी हैं। सोयाबीन और पाम के तेल में यह वृद्धि अधिक हुई है। तेल की कीमतों में इस तरह की वृद्धि आम लोगों को बहुत परेशान करती है। रसोई गैस की लागत बढ़ी है। घर चलाने में गृहणियों से हर दिन बहस होती है।

खाद्य तेल की महंगाई अभी से रुलाने लगी है

दुर्गा पूजा, दीवाली और छठ अक्टूबर और नवंबर महीने में मनाए जाते हैं। त्योहारों के दौरान भोजन की मांग बढ़ जाती है। पर लोगों को त्योहारी सीजन में खाद्य तेल की महंगाई अभी से रुलाने लगी है। सरकार ने पाम, सोया और सूरजमुखी तेल पर सीमा शुल्क 5% से बढ़ाकर 25% कर दिया है। जबकि रिफाइंड पर सीमा शुल्क को 13.75 से 35.75 कर दिया गया है। इसलिए खाद्य तेलों की कीमतें बढ़ी हैं। कारोबारी कहते हैं कि खाद्य तेलों में ऐसी वृद्धि पिछले कुछ वर्षों में आम है। सीमा शुल्क में बढ़ोत्तरी की वजह से कीमतें बहुत अधिक हो गई हैं। खाद्य तेलों की कीमतें बढ़ने से लोग बहुत सावधानी से खरीद रहे हैं। खाद्य तेलों की कीमतों में कुछ कमी होने की उम्मीद है जब त्योहारी सीजन समाप्त हो जाएगा।

तेल और आटा भी महंगा है

रिफांइड और सोया आयल की तरह सरसों का तेल भी महंगा हो गया है। यह पिछले महीने 130 रुपये प्रति किलो था, अब 140 रुपये है। यह सीलबंद बोतल का सरसों तेल से भी अधिक महंगा है। वहीं, पैक बंद आटे की कीमतें भी बढ़ी हैं। अब पांच किलो का बैग 160 रुपये में मिलता है, जबकि पहले 150 रुपये था।

ऐसा हुआ है

महराजगंज में करीब एक सप्ताह पहले, आम आदमी पाय आयल 97 रुपये प्रति लीटर आसानी से खरीद सकता था। अब यह 115 रुपये प्रति लीटर हो गया है। यही कारण है कि सीलबंद बोतल तेल 140 रुपये प्रति लीटर की जगह 160 रुपये मिल गया है, और सोयाबीन तेल 115 रुपये की जगह 130 रुपये मिल गया है। महराजगंज शहर की गृहणी उषा देवी, प्रियंका वर्मा, मनोरमा गुप्ता आदि ने बताया कि रसोई घर का बजट सरसों तेल और रिफाइन से खराब हो गया है।