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Mustard Oil : सरसों के तेल में आया 30 रुपए का उछाल, रेट पहुंचा 150 रुपए प्रति लीटर से ऊपर

थोक बाजार में रिफाइंड और अन्य खाद्य तेलों पर 10 से 15 रुपये प्रति लीटर की तेजी हुई। जानकारों का कहना है कि ऐसा सीमा शुल्क बढ़ने के बाद देखा जा रहा है। रिफाइंड खाद्य तेलों पर शुल्क को 13.75% से 35.75% कर दिया गया है। इससे बाजार में तेजी आई है। चलिए देखते है तेलों के ताजा भाव 
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Mustard Oil : सरसों के तेल में आया 30 रुपए का उछाल, रेट पहुंचा 150 रुपए प्रति लीटर से ऊपर 

The Chopal, Prices of mustard oil : लोगों को महंगाई की मार एक बार फिर परेशान कर रही है। क्योंकि केंद्र सरकार ने खाद्य तेल पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया है।  जिससे वनस्पति घी, रिफाइंड और सरसों  के तेल में 20 से 30 रुपए का उछाल देखने को मिल रहा है। सरकार ने रिफाइंड तेल पर सीमा शुल्क को 12.5  से 32.5  प्रतिशत कर दिया है। जिससे त्योहारों में 20 रुपये प्रति लीटर या इससे अधिक का उछाल देखने को मिल सकता है।  20 प्रतिशत एक्साइज ड्यूटी बढ़ने की वजह से अब आम आदमी की जेब और ढीली होने वाली है। सरसों का तेल आज के समय में प्रति लीटर 130 रुपये की बोतल 150 रुपये में मिलती है। वनस्पति की घी का पैकेट मूल्य 110 रुपये से 135 रुपये हो गया है। इसी तरह, रिफाइंड का एक लीटर का पैकेट 110 से 135 रुपये में खरीदा जाता है। 

अलीगढ़ के थोक बाजार में रिफाइंड और अन्य खाद्य तेलों पर 10 से 15 रुपये प्रति लीटर की तेजी हुई। जानकारों का कहना है कि  ऐसा सीमा शुल्क बढ़ने के बाद देखा जा रहा है।  रिफाइंड खाद्य तेलों पर शुल्क को 13.75% से 35.75% कर दिया गया है। इससे बाजार में तेजी आई है। जानकारों का कहना है कि अभी कई व्यापारियों के पास रिफाइंड और तेल के पुराने स्टॉक हैं। उन्हें लाभ होगा। वहीं बारिश ने कपास, सरसों, मूंगफली, सोया और कपास की फसल को खराब कर दिया है।

क्या बोले व्यापारी 

  • सहारनपुर किरयाना व्यापार संघ के अध्यक्ष और मोरगंज बाजार के व्यापारी अनित गर्ग ने बताया कि एक्साइज ड्यूटी 20 प्रतिशत बढ़ाई गई है। इसलिए वनस्पति घी, रिफाइंड और सरसों के तेल की कीमतें में उछाल आया हैं। 
  • सरकार ने खाद्य तेलों की सीमा बढ़ा दी है। जो पाम, सूरजमुखी और रिफाइंड जैसे तेलों पर 10 रुपये की तेजी आई है। यह दिवाली तक और भी महंगा हो सकता है।- राजेंद्र प्रसाद, थोक खाद्य तेल कारोबारी
  • सरकारी निर्णय से खाद्य तेलों में 10 से 15 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है। दिवाली के बाद भावना कुछ कम हो सकती है।-मनीष सिंघल, छोटे व्यापारी
  • पहले ही सब्जी, मसाले और आटा सब महंगे हैं। अब खाद्य तेल और रिफाइंड की कीमतें भी बढ़ गई हैं। इससे घर का बजट प्रभावित होगा। थाली बहुत महंगी होगी।-आपका शुक्रिया
  • सरकार ने एक बार फिर आम आदमी पर दबाव डाला। त्योहारों में खर्च भी बढ़ जाता है। महंगाई कम करने पर सरकार को जोर देना चाहिए। हेमा शर्मा।

महामंत्री चंदन कालरा ने बताया कि ब्रांडेड कंपनियों ने भी रेट बढ़ा दिए हैं। ऐसे में व्यापारियों को ग्राहकों को बताना भी मुश्किल होगा। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष सरदार गुरमेहर सिंह ने बताया कि खाद्य तेलों में प्रति टीन 250 से 350 रुपये की वृद्धि हुई है। सरसावा में चाट और पकौड़ी बेचने वाले स्वामी लालचंद टांक का कहना है कि घी, सरसों के तेल और रिफाइंड की कीमतें बढ़ने से बाजार में बिकने वाले खाद्य पदार्थों की कीमतें भी बढ़ जाएंगी।

दिवाली के बाद राहत

थोक कारोबारियों ने बताया कि दीपावली के बाद महंगाई कम हो सकती है क्योंकि नेपाल, बांगलादेश और श्रीलंका से तेल भारत में आ जाएगा। करार के अनुसार इन देशों पर तेल पर कोई कर लगता है। दिवाली के बाद ये तेल उपलब्ध होगा। इस कर बढ़ोत्तरी ने जिन देशों से करार नहीं है, उनसे तेल आने पर असर डाला है। सात दिन पहले, खाद्य तेल का लीटर मूल्य 103 से 118 रुपये था; पाम ऑयल 100 से 110 रुपये; और सूरजमुखी 114 से 125 रुपये।