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धान की कटाई के बाद गेहूं के लिए नवंबर का महीना रहेगा बेस्ट, साथ में उगा सकते है सब्जियां

How To Cultivate Wheat : अक्टूबर माह में धान की कटाई की शुरूआत हो जाती है। इसके बाद किसान रबी फसलों की बुवाई की तैयारी शुरू कर देते हैं। यह महीना रबी फसलों की बुवाई के लिए उपयुक्त समय माना जाता है। रबी सीजन में किसान गेहूं के साथ इस सीजन में बुवाई की जाने वाली  कुछ अन्य फसलों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

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धान की कटाई के बाद गेहूं के लिए नवंबर का महीना रहेगा बेस्ट, साथ में उगा सकते है सब्जियां

Time Of wheat Cultivation : धान की कटाई में देरी से किसानों के पास समय की कमी हो जाती है, जिससे वे घबरा जाते हैं। इसके चलते वे गेहूं की बुवाई करने के लिए पराली में को जलाने लगते हैं। इससे पंजाब सहित दिल्ली- एनसीआर में भी प्रदूषण बढ़ जाता है। इसलिए किसान रबी सीजन में किसान गेहूं के साथ इस सीजन में बुवाई की जाने वाली कुछ अन्य फसलों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। खास बात यह है कि ये फसलें कम समय में ही तैयार हो जाती हैं, जिससे किसान अच्छी पैदावार हासिल कर बेहतर मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक किसान रबी के सीजन में गेहूं, चना, जौ, मटर, मक्का जैसी प्रमुख फसलों की बुवाई की जाती है, क्योंकि ये फसलें कम तापमान में तैयार होती हैं और उनकी कटाई फरवरी से मार्च माह में हो जाती है। वहीं आलू, टमाटर, बैंगन, भिंडी, पालक, गाजर व मूली जैसी सब्जियां भी इसी सीजन में उगाई जाती हैं। ये फसलें बेहद कम समय में तैयार होकर अच्छा मुनाफा देती हैं। इसलिए, अक्टूबर माह में किसान इन फसलों की खेती करके अच्छी पैदावार प्राप्त करने के साथ ही अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं।

कृषि वैज्ञानिक ने बताया की किसान रबी के सीजन में फसलों की बुवाई से पहले कुछ जरूरी बातों का किसान ध्यान रखें, जिससे बेहतर उपज मिलेगी। बुवाई से पहले मिट्टी का परीक्षण करें, ताकि उसमें पोषक तत्वों की सही मात्रा का पता लगाया जा सके। मिट्टी का पीएच मान और उर्वरक क्षमता महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने बताया कि मिट्टी की गहरी जुताई करने से मिट्टी भुरभुरी और उपजाऊ होती है, जिससे बीज अच्छे से अंकुरित होते हैं।

एक्सपर्ट ने बताया कि खेती में जैविक खाद जैसे गोबर की खाद, कम्पोस्ट या हरी खाद का उपयोग करें। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। वहीं बीज बोने से पहले उन्हें फफूंदनाशक या कीटनाशक से उपचारित करें ताकि बीमारियों से बचाव हो सके। रबी फसलों की बुवाई अक्टूबर से दिसंबर के बीच की जाती है। बुवाई का सही समय जलवायु और क्षेत्र पर निर्भर करता है, इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए बुवाई करें। रबी फसलें आमतौर पर कम पानी की आवश्यकता वाली होती हैं, लेकिन बुवाई के समय मिट्टी में नमी होना जरूरी है। बुवाई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करें।

किसान खेती में जैविक खाद जैसे गोबर की खाद, कम्पोस्ट या हरी खाद का उपयोग करें। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। वहीं बीज बोने से पहले उन्हें फफूंदनाशक या कीटनाशक से उपचारित करें ताकि बीमारियों से बचाव हो सके। रबी फसलों की बुवाई अक्टूबर से दिसंबर के बीच की जाती है। बुवाई का सही समय जलवायु और क्षेत्र पर निर्भर करता है, इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए बुवाई करें। रबी फसलें आमतौर पर कम पानी की आवश्यकता वाली होती हैं, लेकिन बुवाई के समय मिट्टी में नमी होना जरूरी है। बुवाई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करें।