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कॉटन की बिजाई का बेस्ट टाइम है 15 अप्रैल से 15 मई, अधिक गर्मी से बचाव के लिए करें अगेती बिजाई

कृषि विशेषज्ञों के अनुसार कॉटन की बिजाई का सही समय 15 अप्रैल से 15 मई तक माना जाता है। इस बार गर्मी ने जल्दी दस्तक दे दी है। जिससे किसान भाई आगे की फसल बिजाइ पर जोर दे रहे है। चलिए विस्तार से जानते है पूरी जानकारी 
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Kapas Ki Kheti

Kapas Ki Kheti : रबी की फसल पककर तैयार हो चुकी है। और किसान भाई इनकी कटाई के लिए तैयारी कर रहे हैं। फिलहाल कपास की बिजाई का समय शुरू होने में थोड़ा टाइम बाकी है। अपनी खाली पड़ी जमीन पर आप भी कपास की बिजाई करना चाहते है तो अभी से तैयारी शुरू कर दें। वैसे कपास की बिजाई का सही समय 15 अप्रैल से 15 मई तक माना जाता है। परंतु लगातार बढ़ रही गर्मी के कारण किसान भाई अगेती बिजाई शुरू कर देते हैं। ऐसे में अधिक गर्मी के कारण कपास के पौधे झुलसने का खतरा कम हो जाता है। करीबन रेतीले इलाकों में कपास की बिजाई जल्दी की जाती है।

इस तरह जमीन तैयार करें

साथ ही, कपास बिजाई से पहले खेत को अच्छे से तैयार करना भी महत्वपूर्ण है। कपास की खेती सभी प्रकार की भूमि में की जा सकती है, सिवाय रेतीली, लूणी और सेम की। जमीन को अच्छे से तैयार करने के लिए खेत की तीन-चार जुताई पर्याप्त हैं। अधिक उत्पादकता के लिए गहरी जुताई करें। पहली बार मिट्टी पलटने वाले हल का उपयोग करें। साथ ही हैरो से दो बार जुताई करें और हर बार सुहागा लगाएं।

कपास के बीज का उपचार करें

बढ़िया उत्पादन के लिए कपास का बीज करना भी महत्वपूर्ण है। 10 लीटर पानी के घोल में एक ग्राम स्ट्रैप्टोसाईक्लिन, एक ग्राम सक्सीनिक तेजाब और एक ग्राम कपास का बीज मिलाएं। रोएंदार बीज 5-6 किलोग्राम होना चाहिए और इसे घोल में लगभग 6-8 घंटे तक रखना चाहिए। 6-8 किलोग्राम रोएंदार बीज को वहीं दो घंटे तक घोल में डालें। जिन क्षेत्रों में दीमक की समस्या है, 10 एमएल क्लोरपाईरीफास 20 ईसी को 10 एमएल पानी के साथ मिलाकर बीज पर छिड़काव करें। अब बीज को अच्छी तरह से मिलाकर छाव में 30 से 40 मिनट तक सुखाकर बिजाई करें।

बिजाई की प्रक्रिया

विशेषज्ञों का कहना है कि कपास की बिजाई में बीज-उर्वरक को एक संयुक्त ड्रिल, एक प्लांटर या फिर एक कतार ड्रिल से करें। बीज को चार से पांच सेंटीमीटर गहरा बोएं। पौधे से कतार की दूरी 30 सेंटीमीटर और कतार से कतार की दूरी 67.5 सेंटीमीटर रखें। संकर और बीटी कपास की बिजाई के लिए, कतार से कतार की दूरी 67.5 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 60 सेंटीमीटर रखें, या 100 सेंटीमीटर रखें और पौधे से पौधे की दूरी 45 सेंटीमीटर रखें। पछेती बिजाई में बीज अधिक और पौधों की दूरी कम होनी चाहिए। बिजाई करते समय भी कतारों का ध्यान रखें। पश्चिम से पूर्व की दिशा में बोई गई कपास उत्तर से दक्षिण की दिशा में बोई गई कपास से अधिक पैदावार देती है।

- 15 अप्रैल से 15 मई तक कपास की खेती करने का सही समय है। वर्तमान मौसम को देखते हुए किसानों को अप्रैल के पहले पखवाड़े में ही कपास की खेती शुरू करनी चाहिए। किसान ही अगाती खेती से लाभ उठाएंगे। ताकि उत्पादन अच्छा हो।

डा. ईश्वर जाखड़, कृषि विभाग, झज्जर, तकनीकी आफिसर

- कपास की बिजाई से पहले किसान अपने खेत को अच्छी तरह से तैयार करें। बीजों का भी उपचार करना चाहिए। ताकि बीमारियों से कपास को बचाया जा सके। इसके बाद किसान को समय रहते अगेती खेती करनी चाहिए।

डा. इंद्र सिंह, झज्जर, डीडीए।