आलू की विभिन्न वैरायटी उगाकर करोड़ों रूपए कमा रहा UP का किसान, कम लागत में बेहतर आमदनी
Farming Of Potato : भारत में आलू एक मुख्य सब्जी फसल है। विश्व में भारत इसका दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। वर्ष 2020-21 में लगभग 22।4 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में 5।3 करोड़ टन आलू का उत्पादन हुआ है। ठंड का मौसम आते ही किसान आलू की बुवाई में जुट जाते हैं। कम लागत में अधिक मुनाफे वाली इस सब्जी की डिमांड सबसे अधिक होती है।
Dec 22, 2024, 08:58 IST

Potato Planting Time : उत्तर प्रदेश में लखीमपुर जिले के बांकेगंज ब्लॉक इलाके में पूरनपुर गांव रहने वाला किसान सुखविंदर सिंह इस समय 90 एकड़ में आलू की खेती कर रहे हैं। किसान ने बताया कि उनके पास इस समय आलू की 12 वैरायटी है। जिनमें आलू की कुछ वैरायटी 90 दिन में तैयार होती है, तो आलू की कुछ वैरायटी 120 दिन में तैयार होती है। आलू की खेती करने से किसान को करोड़ों रुपए का मुनाफा भी हो रहा है। आलू उत्पादन में किसान सुखविंदर सिंह को मेरठ में सम्मानित भी किया जा चुका है।
ठंड का मौसम आते ही किसान आलू की बुवाई में जुट जाते हैं। कम लागत में अधिक मुनाफे वाली इस सब्जी की डिमांड सबसे अधिक होती है। इस फसल से किसानों को अच्छा खासा मुनाफा भी होता है। बाजारों में आलू की डिमांड सालभर रहती है। आलू की खेती के लिए लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। मिट्टी में जैविक पदार्थ की अच्छी मात्रा होनी चाहिए। पानी की निकासी अच्छी होनी चाहिए। आलू की खेती करने के लिए किसानों को अधिक रुपए की आवश्यकता नहीं होती है।
कम लागत में आलू की खेती की जा सकती है। बाजार में इस समय आलू 25 रुपए से लेकर 35 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। 1 एकड़ में करीब 100 कुतल आलू का उत्पादन होता है। किसान सुखविंदर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पास आलू की चिप्सोना 1, पुष्कर , कुफरी , 302, संगम, कुफरी अरुण समेत कई आलू की वैरायटी है।
किसान सुखविंदर सिंह ने बताया कि गन्ने का भुगतान समय से न होने के कारण गन्ने की खेती करना बंद कर दिया है और आलू की खेती से हम लोगों को अच्छा खासा मुनाफा भी हो रहा है।
ठंड का मौसम आते ही किसान आलू की बुवाई में जुट जाते हैं। कम लागत में अधिक मुनाफे वाली इस सब्जी की डिमांड सबसे अधिक होती है। इस फसल से किसानों को अच्छा खासा मुनाफा भी होता है। बाजारों में आलू की डिमांड सालभर रहती है। आलू की खेती के लिए लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। मिट्टी में जैविक पदार्थ की अच्छी मात्रा होनी चाहिए। पानी की निकासी अच्छी होनी चाहिए। आलू की खेती करने के लिए किसानों को अधिक रुपए की आवश्यकता नहीं होती है।
कम लागत में आलू की खेती की जा सकती है। बाजार में इस समय आलू 25 रुपए से लेकर 35 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। 1 एकड़ में करीब 100 कुतल आलू का उत्पादन होता है। किसान सुखविंदर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पास आलू की चिप्सोना 1, पुष्कर , कुफरी , 302, संगम, कुफरी अरुण समेत कई आलू की वैरायटी है।
किसान सुखविंदर सिंह ने बताया कि गन्ने का भुगतान समय से न होने के कारण गन्ने की खेती करना बंद कर दिया है और आलू की खेती से हम लोगों को अच्छा खासा मुनाफा भी हो रहा है।