इस खाद के आगे यूरिया डीएपी भी फ़ैल, बंजर भूमि को बना देगी उपजाऊ
Paidawar Badhane ka Tareeka : आज के इस युग में किसान रासायनिक खाद का प्रयोग काफ़ी मात्रा में कर रहे हैं। इस खाद से कई तरह के नुकसान होते है। यह खाद बार-बार फसल को खराब करने के साथ-साथ जमीन की उपजाऊ शक्ति भी कम करती है। ऐसे में सरकार जैविक खाद को बढ़ावा दे रही है।

Organic Fertilizer : खेती-किसानी करते वक्त किसानों को कई चीजों पर बार-बार खर्च करना पड़ता है। खाद भी ऐसी ही चीजों में से एक है। बहुत बार पैसे खर्च करने के बाद भी खाद बढ़िया नहीं मिलती है। इससे फसल को फायदा पहुंचने की जगह नुकसान पहुंचता है। ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं एक ऐसा जुगाड़, जिसकी मदद से आप मिनटों में खाद बना लेंगे। खर्च भी नहीं आए और फसल को फायदा भी पहुंचेगा।
दलहन हो, तिलहन या अन्य कोई फसल हो सब की बुवाई में रासायनिक उर्वरक का प्रयोग करना पड़ता है, जिससे न केवल लागत पड़ती है बल्कि स्वास्थ्य को भी नुकसान होता है। इसलिए जैविक खाद से न सिर्फ खेत में फसल की पैदावार बढ़ाने के लिए भी उपयोग कर सकते हैं। इसके उपयोग से फसल भी सुरक्षित रहेगी और खेत की उर्वरकता भी बनी रहेगी।
ऐसे में किसान भाई घर में कैसे जैविक खाद तैयार कर सकते हैं। जैविक खाद पत्तों, गोबर और राख के सड़ने के बाद तैयार किया जाता है। ऐसे में अगर आप भी घर पर जैविक खाद तैयार करना चाहते हैं तो पहले एक बड़ा सा गड्ढा कर लें। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इस गड्ढे में पानी जाने का कोई रास्ते नहीं होने चाहिए। इसके बाद इसमें सड़ी गोबर, 50 से 100 ग्राम यूरिया और इसके साथ ही पेड़ के पत्ते भी डाल दें। इसके बाद उसे राख से ढंक दें। इसके बाद इसे छोड़ दें।
गिरिडीह कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डॉ नवीन कुमार सिन्हा ने बताया कि जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए। इससे फसल और खेत बचा रहता है। मार्केट में जैविक खाद उपलब्ध है जिसका उपयोग किसान अपने खेतों में कर सकते हैं। लेकिन किसान इसे अपने घरों में तैयार कर सकते हैं। इसे तैयार करने के लिए 150 से 160 दिन लगते हैं। इसके लिए खेत में एक गड्ढा बनाए जो ऊंची जगह पर हो ताकि इसमें पानी न जा पाए। अब इस गड्ढे में गोबर के साथ यूरिया और सड़े जंगली पौधे के पत्तों को सड़ने के लिए छोड़ दें।